नजरिया न्यूज़ /
दरभंगा।
नगर पंचायत प्रशासन द्वारा बाजार में सड़क को अतिक्रमण कर दुकान लगाने वालों को माइकिंग कर अतिक्रमण खाली करने के चेतावनी हुआ बेअसर। कुशेश्वरस्थान बाजार में सड़क को अतिक्रमण कर दुकान लगाने वालों को एक सप्ताह में अतिक्रमण खाली करने का नगर पंचायत प्रशासन का अल्टिमेटम हुआ बे असर। 18 दिन बाद भी न तो प्रशासन इस दिशा में कोई कार्रवाई की न ही कोई दुकानदार सड़क को खाली कर रहे हैं।
- कुशेश्वरस्थान बाजार अतिक्रमण से कराह रही है।
मालूम हो कि 20 दिसंबर को जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर पंचायत के प्रशासन ने पूरे बाजार में माइकिंग कर एक सप्ताह में सड़क और नाला पर दुकान सजाने वालों को खाली करने का चेतावनी दिया था।
अतिक्रमण खाली नहीं करने पर प्रशासन द्वारा सड़क और नाला के खाली कराने की घोषणा किया था। लेकिन चेतावनी दिए जाने के 18 दिन बीत रहा है। इस दौरान न तो कोई दुकानदार सड़क और नाला पर दुकान लगाने से बाज आ रहे हैं न ही नगर पंचायत प्रशासन ही अतिक्रमण खाली कराने की दिशा में कोई कार्रवाई किया है। अतिक्रमण खाली नहीं कराने से सम्पूर्ण बाजार में सड़क और नाला के दोनों तरफ अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है।
जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी होती है। सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण की वजह से बाजार में वाहनों के प्रवेश करते ही वाहन रेंगने लगती है और जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके बावजूद प्रशासनिक स्तर पर अतिक्रमण हटाने की कोई कोशिश नहीं की जाती है। अगर कभी कभार प्रशासन अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाते भी हैं तो सुबह अतिक्रमण हटाया जाता है और शाम में दोबारा अतिक्रमण पसर जाता है। इस वजह से अतिक्रमण की समस्या जस की तस बनी रहती है। यहां लम्बे समय से अतिक्रमण हटाने और दोबारा लगने का खेल चल रहा है। बाजार के बस स्टैंड, सब्जी, किराना,सुता पट्टी और चुड़ी मार्केट, दुर्गा मंदिर, थाना और होस्पीटल रोड अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है। एक तरफ जहां बाजार के दुकानदार अपने अपने दुकान के सामने सड़क और नाला पर दुकान सजाकर रखते हैं तो वहीं दूसरी ओर सब्जी,फल, रेडिमेड गारमेंट सहित कई अन्य सामग्रियों को ठेला,चौकी, टेबल और जमीन पर प्लास्टिक बिछाकर अपने दुकानों को सजाकर सड़कों को संकरी गली बना दिया है। सड़क और नाला पर स्थाई दुकानदार और ठेला खोमचे वालों के अतिक्रमण से किराना, सब्जी सुता पट्टी और होस्पीटल रोड की चौड़ाई 12-20 फीट से सिकुड़ कर 3-4 फीट चौड़ी रह गया है। जबकि बस एवं टेम्पो स्टेंड और मछहट्टा की वजह से बाजार के मुख्य सड़क की चौड़ाई में बाजार के मुख्य द्वार से थाना तक 7-8 फीट भर सिकुड़ कर रह जाता है। ऐसे में सब्जी, किराना,सुता पट्टी तथा चुड़ी मार्केट में एक साथ बाइक और आदमी का निकलना मुश्किल हो जाता है। वहीं मुख्य द्वार से थाना तक एक साथ चार चक्का वाहन को एक दूसरे के विपरित दिशा से आने पर घंटों जाम की समस्या से वाहन एवं लोगों को दो चार होना पड़ता है। बाजार को अतिक्रमणकारियों का मनोबल इस तरह बढ़ा हुआ है कि वे लोगों और वाहन चालक के साथ बकझक के साथ साथ मारपीट पर भी उतारु हो जाता है। शिवरात्रि, दुर्गा पूजा सहित विशेष अवसरों पर यह समस्या और विकराल हो जाता है। बाबजूद न्यास, अंचल व नगर पंचायत प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है। मानो यहां के प्रशासन लोगों को जाम की समस्या से जूझने के लिए कुशेश्वर नाथ महादेव के भरोसे छोड़ दिया है। इस संबंध में नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी रोहित कुमार ने बताया कि अतिक्रमण खाली कराने के दौरान विधि व्यवस्था बिगड़ने की संभावना रहती है। इसलिए जिला से पुलिस बल की मांग किया जाएगा। पुलिस बल उपलब्ध होते ही अतिक्रमण खाली कराने की कार्रवाई शुरु होगा।