= ख्यातिलब्ध राजनीतिक शास्त्री, एनालिस्ट, सोशल एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव और निडर- निष्पक्ष पत्रकार दीपक शर्मा की विशेष बातचीत का लब्बोलुआब तथा गुजरात,द्वारिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के आगरा में राहुल गांधी का 25फरवरी की जनसभा में शंखनाद का अंश ….
दुर्केश सिंह, संपादकीय प्रभारी नजरिया न्यूज, 25फरवरी।
देश में चुनाव की घोषणा एक महीने में होनी है। जेठ की तेज गर्मी में राष्ट्र नायक तपने के लिए तैयार हो रहे हैं।
पानी व शर्बत के सपनों के साथ मतदाताओं की खातिरदारी की तैयारी दिख ने लगी है। स्वतंत्र मीडिया और मित्र मीडिया सोशल मिडिया पर अपना-अपना अनुभव साझा कर रहे हैं। आम आदमी को ऐसा लग रहा है कि अधिकांश मीडिया की राजनीतिक चेतना किसी बंदी पशु की तरह जोर जोर से चीख रही है। जैसे पक्ष और विपक्ष के वकील साहब कोर्ट में अपने मुवक्किल की तरफ से बहस कर हो। ऐसे में निष्पक्ष मतदाताओं को मीडिया की बहस को विवेक से सुनने की जरूरत है।
23फरवरी का दिन है। वरिष्ठ और जानेमाने पत्रकार दीपक शर्मा एडमिन हैं। इंटरनेट कनेक्शन पर दूसरी तरफ पोलिटिकल एनालिसिस के लिए विश्व में हिंदी जानने वालों के बीच लोकप्रिय योगेंद्र यादव मौजूद हैं। एडमिन दीपक शर्मा का सवाल: दोस्तों: अबकी बार 370के पार! मोदी जी बार-बार 370सीटें लाने का दावा कर रहे हैं। वह भी अपने अकेले दम पर। यह दावा है या जुमला, इसका आज लिटमस टेस्ट करेंगे!
सवाल यह भी है कि क्या वाकई प्रधानमंत्री जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं! या, जो जमीनी सच्चाई और हकीकत कुछ और है!
आज हमारे साथ एक जाने-माने सोशल एक्टिविस्ट, राजनीतिक शास्त्री योगेंद्र यादव हैं। दोस्तों ये पिछले वर्ष एक लंबी यात्रा पर निकले थे। दक्षिण से उत्तर की तरफ! कन्याकुमारी से कश्मीर की तरफ! चार हजार किमी से ज्यादा पैदल चले!देश की नब्ज को समझना और मिजाज को समझना यात्रा का लक्ष्य था!
इस बार फिर, राहुल गांधी के साथ पूरब से पश्चिम की तरफ बढ़ रहे हैं। हम कह सकते हैं:
असम को समझकर! फिर बंगाल को समझकर!फिर बिहार को देखकर!फिर झारखंड को देखकर और अब उत्तरप्रदेश में हैं!
यहां डबल इंजन वाली योगी और मोदी की सरकार हैं। यहां यात्रा पहुंच चुकी है, आगे बढ़ रही है! सबसे बड़ी बात, देश की जो धड़कन है, उसे आप आज जरुर महसूस करेंगे!
योगेंद्र यादव ने तमाम नई जानकारियां साझा की हैं। एक नई बात कही है:
अगर ये चुनाव मोदी के नाम पर लड़ा गया! जैसा कि मित्र मीडिया का प्रोजेक्शन है -मोदी- मोदी- मोदी! अगर मोदी के नाम पर यह चुनाव लड़ा जाता है तो मोदी का रास्ता आसान है।अगर मोदी बनाम मुद्दा परसेप्शन बनता है। परेशानियां मुद्दा बनती हैं तो मोदी जी के लिए यह सफर आसान नहीं होगा!
योगेंद्र जी यह भी बताएंगे की झारखंड के सिटिंग चीफ मिनिस्टर हेमंत सोरेन को क्यों आरेस्ट करना पड़ा? ममता की लड़ाई बंगाल में, कितना टफ है? डबल इंजन की सरकार, बुलडोजर की सरकार के अंदर क्या दिखा! सुनिए देश की पल्स को, यहां बात कांग्रेस की नहीं देश, के दृष्टिकोण की हो रही है। क्या 2024 का इलेक्शन वन साइडेड है या अभी भी लड़ाई है?
योगेंद्र यादव ने कहा: शुरुआत वैधानिक चेतावनी से करता हूं दीपक भाई! सिगरेट के पैकेट पर जो लिखा होता है वहीं से! अब मैं केवल विष्लेषक नहीं हूं! आप आज भी मुझे विष्लेषक मानते हैं, यह आपकी इनायत है, आपकी मेहरबानी है!
मैं कांग्रेस का राजनीतिक कार्यकर्ता हूं। मैं इस यात्रा को देख ही नहीं रहा हूं बल्कि, मैं इस यात्रा में शामिल हूं। आज देश पर बहुत बड़ा खतरा है! ऐसे खतरे के खिलाफ प्रयास का एक हिस्सा हूं। ऐसी टीम का एक हिस्सा हूं।
इंडिया गठबंधन यात्रा का शुभचिंतक हूं। हमसफ़र हूं।
प्रधानमंत्री के 370 के प्रश्न को मैं समझता हूं:
यह स्वाभाविक है!यह उनका अधिकार भी है! हर नेता का अधिकार होता है, मैं तो कहता हूं, कर्तव्य होता है, वह अपने कार्यकर्ता का मनोबल ऊंचा रखें। खड़गे जी और अखिलेश जी भी कह रहे हैं: बीजेपी, पूरी तरह से हारेगी, पछाड़ देंगे उसे!
*योगेंद्र यादव ने आगे कहा:*
युद्ध के मैदान में जो उतरता है। जीत का विश्वास लेकर उतरता है। प्रधानमंत्रीजी मनोविज्ञान अच्छा समझते हैं। प्रधानमंत्रीजी 400पार का दावा करें, यह स्वाभाविक है।
*योगेंद्र यादव ने कहा:*
दिक्कत यहां नहीं है। दिक्कत तब आती जब मीडिया इस नैरेटिव को पकड़ लेती है। चार सौ पार, चार सौ पार, चार सौ पार! वहां दिक्कत होती है!

फ़ोटो परिचय : द्वारिका, गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का
द्वारिका -गुजरात में 25फरवरी का शंखनाद :*
2014 में जब आप सभी ने मुझे आशीर्वाद देकर दिल्ली भेजा, तो मैं आपसे वायदा करके गया था कि देश को लुटने नहीं दूंगा। कांग्रेस के समय में जो हजारों करोड़ के घोटाले होते रहते थे, वो सब अब बंद हो चुके हैं।
सबसे पहले तो माता स्वरूपा मेरी अहीर बहनों जिन्होंने मेरा स्वागत किया, उनका मैं श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूँ और आदरपूर्वक आभार व्यक्त करता हूँ। थोड़े दिन पहले सोशल मीडिया में एक वीडियो बहुत वायरल हुआ था। द्वारका में 37000 अहीर बहनें एक साथ गरबा कर रही थी, तो लोग मुझे बहुत गर्व से कह रहे थे कि साहब यह द्वारका में 37000 अहीर बहने! मैंने कहा भाई आपको गरबा दिखाई दिया, लेकिन वहां की एक और विशेषता यह थी कि 37000 अहीर बहनें जब वहां पर गरबा कर रही थी ना, तब वहां पर कम से कम 25000 किलो सोना उनके शरीर पर था। यह संख्या तो मैं कम से कम कह रहा हूँ। जब लोगों को पता चला कि शरीर पर 25000 किलो सोना और गरबा तो लोगों को बहुत आश्चर्य हुआ। ऐसी मातृ स्वरूपा आप सबने मेरा स्वागत किया, आपका आशीर्वाद मिला, मैं सब अहीर बहनों का शीश झुकाकर आभार व्यक्त करता हूँ।भगवान श्री कृष्ण की कर्म भूमि, द्वारका धाम को मैं श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। देवभूमि द्वारका में भगवान कृष्ण द्वारिकाधीश के रूप में विराजते हैं। यहां जो कुछ भी होता है, वो द्वारकाधीश की इच्छा से ही होता है।
*राहुल गांधी का आगरा में 25फरवरी का शंखनाद:*
मोहब्बत की नगरी आगरा में 25फरवरी को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा थी। यहां से वे राजस्थान में प्रवेश किया। आगरा में राहुल गांधी के मंच पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। स्वागत करने वाले में बसपा और रालोद का बैनर के साथ भी लोग मौजूद थे। इस मंच से राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की कहानी सुनाते हुए नफ़रत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने की दास्तान सुनाई:
पिछली बार मैं भारत जोड़ो यात्रा पर निकला था। एक व्यक्ति दौड़ता हुआ आया। नजदीक पहुंचकर कहा: राहुल भैया! मैं जानता हूं! आप क्या करने निकले हो! राहुल गांधी ने कहा:बताओ? उस व्यक्ति ने कहा: राहुल भैया, आप नफ़रत की बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हो!
फ़ोटो परिचय : उत्तर प्रदेश आगरा में एक मंच पर राहुल गांधी, अखिलेश यादव, प्रियंका वाड्रा गांधी
राहुल गांधी ने जनसैलाब से कहा:
हम,आप, अखिलेश जी और प्रियंका जी ओर ईडी गठबंधन मिलकर काम करेंगे। हिंदुस्तान में भाई से भाई को लड़ाया गया है। भाई को भाई से डराया गया है। इसके खिलाफ हमें खड़ा होना है, मिलकर खड़े होना है! यह देश,नफ़रत का देश नहीं है। यह देश मोहब्बत का देश है। राहुल गांधी ने इसके बाद सवाल किया? क्या यह सही बात है!
शंखनाद: राहुल गांधी जिंदाबाद! राहुल गांधी जिंदाबाद! राहुल गांधी जिंदाबाद!
राहुल गांधी ने फिर सवाल किया: क्या नफ़रत को नफ़रत से काटा जा सकता है?
राहुल गांधी ने कहा: नफ़रत को नफ़रत से नहीं, नफ़रत को मोहब्बत से काटा जा सकता है। जनसैलाब से शंखनाद: नफ़रत को मोहब्बत से काटा जाता है।

















