नजरिया न्यूज/ कुशेश्वरस्थान दरभंगा :
अग्नि के तांडव का वह भयावह रूप आज भी ग्रामीणों की आंखें के सामने है।
कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड में दो मई को महादलित बहुल महादेव मठ गांव में हुई अग्नि के तांडव का वह भयावह रूप आज भी ग्रामीणों की आंखें के सामने चल रहा है। जब उनके आशियाने धू-धू कर आग में जल रहे थे और वे अपने आशियाने को जलने से बचाने में लाचार और बेबस थे। भीषण अग्निकांड के 48 घंटा से अधिक बीतने के बाद भी पीड़ित परिवारों की दिनचर्या पटरी पर नहीं लौटी है। पीड़ित परिवार अंचल प्रशासन से मिले पालीथिन बाल-बच्चों को धूप से बचने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन कुछ परिवार अब भी गांव के अगल-बगल खेतों एवं बांसबाड़ी में पालीथिन टांग कर किसी तरह गुजारा कर रहे हैं। अंचल प्रशासन द्वारा संचालित सामुदायिक किचन में पीड़ित परिवारों को दिन-रात तैयार भोजन खिलाया जा रहा है।
और टंकी से पीड़ितों को पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। गांव के खराब चापाकल को मरम्मत कराकर पानी का किल्लत नहीं होने दी जा रहा है। अग्निकांड से पीड़ित गणेशी राम, मनोज राम, अनिल राम, सुनील राम राजेन्द्र राम सहित कई अन्य लोगों ने बताया कि कपड़ा के अभाव में इस भीषण गर्मी में भी दो दिनों से स्नान नहीं कर पा रहे हैं। कुछ यही हाल पूरे ग्रामीणों के साथ है। अग्निकांड पीड़ितों को फिलहाल कपड़ा और बर्तन की आवश्यकता है, ताकि इस भीषण गर्मी से बचने के लिए प्रतिदिन स्नान कर सके और पानी पी सके
- सीओ गोपाल पासवान के नेतृत्व में अंचल प्रशासन के कई कर्मी लगातार गांव में कैंप कर राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं।
- पीड़ित परिवार अपने अपने जले हुए घरों का मलबा को हटाने में जुटे हैं, ताकि अंचल प्रशासन से मिले पालीथिन को अपनी जमीन पर टांग कर रहना प्रारंभ कर सके। लेकर अंचल प्रशासन ने अबतक सहायता राशि का नहीं किया है वितरण। इसके कारण लोगों को पालीथीन टांगने के लिए बांस खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं।
- इससे लोगों को काम में हो रही है बाधा।
तो वहीं सीओ पासवान ने बताया कि अबतक जिले से नहीं प्राप्त हुई है राशि।
जिले से राशि प्राप्त होते ही पीड़ितों के बीच कर दिया जाएगा वितरण ।
दो दिनों से बिजली आपूर्ति ठप रहने से गांव में अंधकार का साम्राज्य स्थापित है। हालांकि बिजली विभाग के कर्मियों ने गांव में नया वायरिंग का कार्य जारी है। इधर, आस पास के ग्रामीणों की ओर से पीड़ितों को विभिन्न प्रकार की सहायता दी जा रही है।।