नजरिया न्यूज। भरगामा।
पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती शताब्दी वर्ष ग्रामीण परिवेश के लोगों ने काफी धूमधाम से मनाया और उन्हें भाव पूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। समारोह का आयोजन रेणु साहित्य परिसर में किया गया, जिसकी अध्यक्षता अजय अकेला ने की। कार्यक्रम का आगाज कर्पूरी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात सामूहिक दीप प्रज्ज्वलित कर हुआ। मौके पर गयानंद सिंह ने जननायक के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि-वे जनमानस के नेता और दीन दु:खियों के प्राण थे,उन्होंने जिंदगी के अंतिम क्षण तक समतामूलक समाज निर्माण की लड़ाई लड़ी। समाजसेवी सदानंद यादव ने कहा-वे समाज के आखिरी पायदान पर खड़े लोगों की जिंदगी में खुशहाली लाने का संघर्ष किया। नागेश्वर कमल एवं रमेश भारती ने कहा -वे गरीबों के मसीहा थे। अंत में अजय अकेला ने अपने संबोधन में कहा-कर्पूरी जी कर्मयोगी थे और उन्हें बिहार के चप्पे-चप्पे का न सिर्फ अनुभव, बल्कि उनको हर घर के धूल व धूँआ का पता था, अतएव उनके विचार एवं आदर्श को साकार रूप देना हम सभी का लक्ष्य होना चाहिए। उक्त अवसर पर जननायक कर्पूरी स्मृति सम्मान से पत्रकार जितेंद्र कुमार जीतू को सम्मानित किया गया। समारोह में जननायक कर्पूरी को शताब्दी वर्ष में भारत रत्न देने के लिए केंद्र सरकार को साधुबाद दिया गया। अन्य वक्ताओं में संत योगानंद साहब, रामकृष्ण मेहता, शितांशु शेखर पिंटू, पृथ्वी मंडल, शशिकांत मिश्रा, दिनेश यादव, महेंद्र मंडल, शिक्षाविद विद्यानंद के अलावे जनार्दन ठाकुर, नंदन चौपाल, सुरेंद्र यादव, सुरेंद्र ठाकुर, कलानंद ठाकुर आदि ने समारोह में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।