-एमडीए/आइडीए के पूर्व तैयारियों पर जिला टीओटी का हुआ आयोजन
-जनप्रतिनिधि व अन्य विभागों से सहयोग लेने की अपील
शिवहर । 24 जनवरी
दिसंबर में हुए नाइट ब्लड सर्वे के अनुसार जिले का माइक्रोफाइलेरिया रेट 1.3 है। नाईट ब्लड सर्वे में कुल 36 सौ लोगों की जांच की गयी, जिसमें 48 व्यक्ति माइक्रो फाइलेरिया से पॉजिटीव पाए गए। एक प्रतिशत से अधिक माइक्रोफाइलेरिया रेट के होने के कारण इस बार पूरे जिले में एमडीए/आइडीए अभियान चलेगा। ये बातें मंगलवार को जिला ट्रेनिंग आफ ट्रेनर्स के प्रशिक्षण में जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुरेश राम ने कही। प्रशिक्षण के दौरान डॉ सुरेश राम ने बताया कि जिले के सभी प्रखंड में आगामी 10 फरवरी 2024 से अभियान का संचालन किया जाना है, लेकिन कार्यक्रम से संबंधित सूक्ष्म योजना को अभी तक जिला कार्यालय को नहीं भेजा गया है जो कि निन्दनीय है। अतः सभी प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अपने -अपने संस्थान का सुक्ष्म योजना तीन दिन के अंदर जिला कार्यालय को साझा करना सुनिश्चित करें।
सिविल सर्जन डॉ शैलेन्द्र कुमार झा ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारीओ को नियत समय से जिला कार्यालय को सुक्ष्म योजना साझा करने का निर्देश दिया। साथ ही सुक्ष्म योजना को डिजिटल करने का निर्देश दिया गया।
पिरामल फाउंडेशन के डीपीओ प्रभाकर कुमार ने कार्यक्रम से संबंधित सभी बारिकियों को विस्तार से प्रस्तुत किया साथ ही कार्यक्रम के दौरान उपयोग में आने बाले सभी रिपोर्टिंग फार्मेट पर विस्तार से चर्चा किया।
प्रशिक्षण के दौरान डीएमसी पीसीआई अमित कुमार ने प्रशिक्षण में शामिल प्रशिक्षुओं से सामाजिक जागरूकता पे चर्चा करते हुए जनप्रतिनिधि, स्कूल, जीविका समूह तथा समाज कल्याण विभाग एवं अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर जागरुक करने अपील की।
ट्रिपल ड्रग थेरेपी का रखा तकनीकी पक्षः
प्रशिक्षण के दौरान डॉ सुरेश राम ने जिले में होने वाले ट्रिपल ड्रग थेरेपी में शामिल दवा आइवरमेक्टिन, डीईसी और एल्बेंडाजोल की खुराक और डोज पोल के बारे में विस्तार से बताया। इसके अलावे डब्लूएचओ एसएमओ डॉ आनंद गौतम ने दवा खाने से इंकार करने वाले रिफ्यूजल को कैसे ब्रेक किया जाय के बारे में बताया। गर्भवती, दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को दवा नहीं देनी है।
प्रशिक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ शैलेन्द्र कुमार झा, जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुरेश राम, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरूण कुमार सिन्हा, डब्ल्यूएचओ के डॉ कुमार गौतम, पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि प्रभाकर कुमार, पीसीआई के प्रतिनिधि अमित कुमार उपस्थित रहे।