सदर अस्पताल अररिया में स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। गुरुवार, 23 अक्टूबर 2025 को अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक महिला सफाईकर्मी जिसका नाम पॉपी देवी बताया जा रहा है। सफाईकर्मी पॉपी देवी को मरीज को सुई लगाते और इलाज करते हुए देखा गया। घटना की जानकारी मिलते ही मरीजों और परिजनों में नाराजगी का माहौल देखा गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने जब सफाईकर्मी से पूछा कि किसकी अनुमति से वह मरीजों का इलाज कर रही हैं, तो उसने जवाब दिया — “मुझे करने की इजाजत है, मैं करूंगी, जहां जाना है जाइए।” इस तरह के व्यवहार से अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह पहली बार नहीं है; सफाईकर्मी को अक्सर सलाइन चढ़ाने, बीपी जांचने और सुई लगाने जैसे कार्य करते देखा गया है।
इमरजेंसी वार्ड जैसे संवेदनशील स्थान पर गैर-प्रशिक्षित कर्मियों द्वारा मरीजों का इलाज किया जाना मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ के बराबर है। एक तरफ विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन मुस्तैद नजर दिख रहे हैं वही अररिया के सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मरीज के जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और अस्पताल प्रशासन मोन नजर आते दिख रही है।
यह स्थिति न केवल अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों की खुली धज्जियां भी उड़ाती है।
जब इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक के.के. कश्यप से बात की गई तो उन्होंने कहा, “मामला मेरे संज्ञान में नहीं था, जांच कर कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई सफाईकर्मी इस तरह की हरकत करता है, तो उस पर सख्त कदम उठाया जाएगा।”
स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ अररिया जिला पदाधिकारी से मांग की है कि ऐसे मामलों की गंभीरता से जांच की जाए ताकि भविष्य में मरीजों की जान से खिलवाड़ न हो।


















