अनिल उपाध्याय, पूर्वींचल ब्यूरो नजरिया न्यूज, सूरापुर, 14अक्टूबर।
शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार और अटल इन्नोवेशन मिशन नीति आयोग ने संयुक्त रूप से ‘विकसित भारत बिल्डकॉन 2025’ कार्यक्रम का आधिकारिक शुभारंभ किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में श्री हनुमंत इंटर कॉलेज विजेथुआ राजापुर सूरापुर सुल्तानपुर के छात्र-छात्राओं ने सुना, जिसमें उन्हें नवाचार की नई गाथाओं से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ‘विकसित भारत 2047’ की परिकल्पना को साकार करना था।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के लिए स्कूल इनोवेशन इवेंट्स को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया गया। कहा गया-देश के विकास में नवाचार की भूमिका अविस्मरणीय और अतुलनीय है।
विकसित भारत बिल्डथॉन 2025 का सफल आयोजन 🇮🇳
13 अक्टूबर 2025,
स्थान श्री हनुमत इंटर कॉलेज, बिजेथुआ सूरापुर, सुल्तानपुर में किया गया।
विकसित भारत बिल्डथॉन 2025 का आयोजन में प्रबंधक मनोज कुमार सिंह सहित हनुमत इंटर कॉलेज, बिजेथुआ सूरापुर जनपद सुल्तानपुर शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक सफल बनाया । कार्यक्रम के दौरान गणमान्य अतिथि एवं शिक्षण–शिक्षणेत्तर कर्मचारी मुख्य रूप से मौजूद रहे।
प्रबंधक मनोज कुमार सिंह, प्रबंधक, श्री हनुमत इंटर कॉलेज, बिजेथुआ सूरापुर, प्रेम प्रकाश जायसवाल, प्रबंधक, सालिकराम बालिका इंटर कॉलेज, जौनपुर,
तथा श्रीमती रेनू जायसवाल, ग्राम प्रधान भवानीपुर सूरापुर एवं जन अन्य जनप्रतिनिधि तथा शिक्षाविद मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत किया।
कॉलेज के प्रवक्ता डॉ. संजीव कुमार सिंह, श्रीमती अर्चना सिंह, सुरेश कुमार मौर्य, तथा सहायक अध्यापक संदीप कुमार मौर्य, लक्ष्मी शंकर मौर्य और श्रीमती रेखा सिंह सहित अन्य सभी शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने विकसित भारत बिल्डथॉन 2025 के सफल आयोजन में प्रतिभाग किया।
सभी वक्ताओं ने आयोजन को विद्यार्थियों में नवाचार, तकनीकी सृजनशीलता एवं विकसित भारत के निर्माण की भावना को प्रोत्साहित करने हेतु प्रेरणादायक पहल बताया।
वक्ताओं ने चार विशेष थीम पर जोर दिया- आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी, लोकल फॉर वोकल और समृद्ध भारत के निर्माण मील का पत्थर सिद्ध होगा। साथ ही कहा, विकसित भारत 2047की नींव विद्यार्थियों की क्षमताओं और उपलब्ध संसाधनों का सदुपयोग ही है। इसी से भारत आगे बढ़ेगा।
श्री हनुमत इंटर कॉलेज के प्रबंधक श्री मनोज ने कहा -शिक्षा मंत्रालय का लक्ष्य इस कार्यक्रम के माध्यम से 1 करोड़ से अधिक बच्चों तक पहुंचना और उनके नवाचार को प्रोत्साहित करना है।






















