- मातृ-शिशु अस्पताल में संचालित होगा एसएनसीयू, बीमार बच्चों को मिलेगी बेहतर चिकित्सकीय सुविधा
अररिया, 13 जनवरी।
जिला स्वास्थ्य विभाग नवजात शिशुओं से संबंधित स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की कवायद में जुटा है। इसके लिये विभाग ने विशेष नवजात देखभाल इकाई यानी एसएनसीयू को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश करने की योजना बनाई है। इसके तहत एसएनसीयू में ऐसे उपकरण व चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा। ताकि गंभीर स्थिति में भी बीमार नवजात का समुचित इलाज संभव हो सके। गौरतलब है कि फिलहाल सदर अस्पताल परिसर में सीमित संसाधन व पुराने जर्जर भवन में एसएनसीयू संचालित किया जा रहा है। लेकिन बहुत जल्द इसका स्वरूप बदलने वाला है। इसके लिये एसएनसीयू को अस्पताल परिसर में नवनिर्मित मातृ-शिशु अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। बेहतर संसाधन व नवजात के गुणवत्तापूर्ण इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इसे लेकर मातृ-शिशु अस्पताल के तीसरे तल्ला पर जरूरी तैयारियां की जा रही है।
एसएनसीयू की क्षमता व सुविधा दोनों में होगा इजाफा
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम संतोष कुमार ने बताया कि बीमार नवजात को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एसएनसीयू संबंधी सेवाओं में गुणात्मक सुधार की कवायद की जा रही है। इससे एसएनसीयू की क्षमता व सुविधा दोनों में इजाफा होगा। डीपीएम संतोष कुमार ने बताया कि फिलहाल एसएनसीयू में बीमार बच्चों के इलाज के लिये 12 बेड उपलब्ध हैं। विभागीय प्रयासों से इसकी क्षमता बढ़ाकर लिये 25 करने की योजना है। ताकि एक साथ 25 बीमार बच्चों का इलाज संभव हो सके। तैयार किया जा रहा नया एसएनसीयू उत्तन किस्म के वेंटिलेटर, फोटोथेरेपी यूनिट, इनक्यूबेटर, मल्टी पैरामॉनिटर, विशेष वार्मर जैसी सुविधाएं होगी। वहीं एसएनसीयू के सभी 25 बेड सीधे ऑक्सीजन स्पलाई से जुड़े होंगे।
कई सुविधाओं से लैश होगा एसएनसीयू की नई इकाई
सदर अस्पताल के प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि एसएनसीयू की नई इकाई में बीमार नवजात के इलाज व उनके अभिभावकों के लिये जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होगी। इन बोर्न व आउट बोर्न बच्चों के इलाज का अलग अलग इंतजाम होगा। नये एसएनसीयू में मदर्स चेंजिंग रूम, स्टेपडाउन यूनिट, स्टोर रूप, ट्राइज एरिया, नर्स चेजिंग रूम नर्सिंग स्टेशन, डॉक्टर्स रूम, स्तनपान के लिये अलग कक्ष जैसी सुविधाएं होने की जानकारी उन्होंने दी।
बीमार नवजात का प्रभावी व त्वरित इलाज होगा संभव
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि अत्याधुनिक एसएनसीयू का संचालन शुरू होने से नवजात शिशुओं को गुणवत्तापूर्ण व त्वरित इलाज संभव हो सकेगा। जो जिले में शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिहाज से बेहद उपयोगी होगा। एसएनसीयू की नई इकाई में सभी आधुनिक उपकरण व सुविधाओं को शामिल किया जा रहा है। इससे गंभीर रूप बीमार नवजात का इलाज अधिक प्रभावी तरीके से संभव हो सकेगा।