नजरिया न्यूज़ कुर्साकांटा। मौसम सर्द हो रहा है, सुबह की शुरुआत कोहरे से हो रही है। रात में ओस गिरने से ठंडक बढऩे लगी है। इस वजह से रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अलाव का सहारा लेते देखे जा रहे हैं। वहीं कोहरे की वजह से सुबह और रात के समय सफर करने वाले वाहन चालकों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं। फिलहाल ये परेशानी और ज्यादा बढ़ेगी। खासतौर पर इस दौरान बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखना होगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान और गिरेगा।
सुबह और शाम के अलावा दिन में भी ठंडक का अहसास होने लगा है। ऐसे हालात में बच्चों के साथ ही उन मरीजों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है जो अस्थमा से पीडि़त हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी और इमरजेंसी में पिछले दिनों से 20 फीसद ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं।
बच्चों को सतानी लगी सर्दी।
शुरुआती ठंड में नवजात और 10 वर्ष तक के बच्चों पर सर्दी का असर दिखने लगा है। ठंड लगने पर बच्चों को सर्दी व खांसी के अलावे सीने में कफ जमने की समस्या सामने आने लगी है। प्रखंड क्षेत्र के अस्पतालों की ओपीडी में इस तरह के मरीजों की संख्या बढ़ी है।
बदलता मौसम खतरनाक
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुर्साकांटा के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर जमील अहमद ने कहा कि इस मौसम में सुबह व शाम में अचानक ठंड बढ़ जाती है, लेकिन दोपहर के तापमान गरम होता है। ऐसे बदलते मौसम में रात हो या दिन पंखा एकदम नहीं चलायें। इस तरह के मौसम में बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं। अगर थोड़ी सी तबीयत में बदलाव दिखे तो हल्का गरम पानी पीने को दें। इससे भी अगर हालात नहीं सुधरे तो चिकित्सक की सलाह लें।चिकित्सक का कहना है कि सर्दी के मौसम में बुजुर्ग सुबह टहलने से बचें। सुबह जल्द उठकर स्नान करने से भी बचें। गरम कपड़े पहन कर घर से निकलें। सिर व कान को ढककर रखें। पीने में हल्का गरम पानी का प्रयोग करें।
मौसम में बदलाव, सुबह कोहरे की मार शुरू
ठंड ने अपना जोर दिखाना शुरू कर दिया है। बुधवार को तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सुबह वातावरण में धुंध की चादर तनी रही। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में धुंध कोहरा अधिक होगा। ठंडक बढऩे के साथ ही बाजारों में भी गर्म कपड़ों की मांग अच्छी निकल रही है।
सड़कों पर नहीं दिखाई दे रहे संकेतक चिह्न
सड़कों के किनारे बनाए गए संकेतक चिह्न भी ज्यादातर जगहों पर झाडिय़ों में छिप गए हैं। कोहरे में होने वाले सड़क हादसों को रोकने में इनकी अहम भूमिका रहती है, लेकिन इनके दिखाई न देने से कोहरे में होने वाले हादसों को नकारा नहीं जा सकता।
बढ़ी ठंड, अब तक नहीं हुई अलाव की व्यवस्था
दिसंबर महीने के दूसरे सप्ताह ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। लगातार बढ़ रही ठंड के बीच चौक-चौराहों पर किसी संगठन द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने के बीच लोगों की निगाहें प्रशासन पर जा टिकी हैं। पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण रदी कागज और फलों की पेटियों का जलाकर लोग ठंड भगाने का प्रयास कर रहे हैं। पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच लोग घरों में ही दुबकने लगे हैं। सुबह-शाम ज्यादा ठंड पड़ने के कारण अति आवश्यक कार्य से ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। वृद्धों और बच्चों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है।अंचलाधिकारी आलोक कुमार ने कहा कि जल्द ही इसके लिए सार्थक पहल कर चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था करा दी जाएगी।