नज़रिया न्यूज (विकास प्रकाश), अररिया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में 14 सितंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्षित सिंह ने दीप प्रज्वलित कर लोक अदालत का शुभारंभ किया गया है। दीप प्रज्वलन करने में डीएम अनिल कुमार, एसपी अमित रंजन, एडीजे-01 मनोज कुमार तिवारी, अवर न्यायधीश सह डीएलएसए सेक्रेटरी रोहित श्रीवास्तव के अलावा महिला न्यायार्थी शामिल रहे।
लोक अदालत के अवसर पर विभिन्न प्रकार के मामलों का निपटारा किये जाने की बात सभी ने कही। इनमें दीवानी और फौजदारी मामले, बैंक संबंधी मामले, श्रम संबंधी मामले, बीएसएनल संबंधी मामले , बिजली संबंधी मामले और जल संबंधी मामले शामिल हैं।
फोटो परिचय : लोक अदालत को लेकर लोगों को संबोधित करते वरिष्ठ अधिवक्ता सब पत्रकार विनोद पसाद
बता दे की लोक अदालत में मामलों का निपटारा सुलह और समझौते के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए विशेष न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं की नियुक्ति की गई है।
फोटो परिचय : लोक अदालत कार्यक्रम को लेकर मंच पर बैठे जिला एवं सत्र न्यायाधीश, डीएम, एसपी, एडीजे0- 01, एवं डीएस सेक्रेटरी रोहित श्रीवास्तव
इस अवसर पर बताया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों का निपटारा शीघ्र और सस्ता होगा। अवर न्यायधीश सह डीएलएसए सेक्रेटरी श्री रोहित श्रीवास्तव ने लोगों से अपील की कि वे अपने मामलों को लोक अदालत में लाएं और सुलह और समझौते के माध्यम से निपटारा कराएं।
फोटो परिचय : दीप प्रज्वलित करते जिला एवं क्षेत्र न्यायाधीश एवं अन्य गण्यमन पदाधिकारीगण
लोक अदालत के बारे में बतलाया गया कि लोक अदालत एक प्रकार का न्यायालय है, जो भारत में न्याय व्यवस्था का एक हिस्सा है। इस्का उद्देश्य लोकों को तथ्यपूर्ण और सुविधाजनक न्याय प्रदान करना है। लोक अदालत का अर्थ होता है “जनता का न्यायालय” या “लोक न्यायालय”।
लोक अदालत का इतिहास 1980 के दशक में शुरू हुआ जब भारत सरकार ने न्याय व्यवस्था में सुधार करने के लिए कुछ कदम उठाए। तब से, लोक अदालत ने भारत में न्याय व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।
फोटो परिचय : लोक अदालत में शिरकत करते न्यायर्थीगण
लोक अदालत के कार्य:………..
1. लोक अदालत व्यवहारिक एवं पूर्ण न्याय प्रदान करती है।
2. लोक अदालत की सुनवाई कम है और यह जल्दी से फैसला सुनाती है।
3. लोक अदालत में न्यायधीश के साथ-साथ लोक सभा भी होती है।
4.
4. लोक अदालत में लोगों को अपनी समस्याओं का समाधान खुद करना होता है।
फोटो परिचय : लोक अदालत में शिरकत करते अधिवक्ता एवं अन्य
लोक अदालत के फायदे………..
1. लोक अदालत से लोकों को जल्दी न्याय मिलता है।
2. लोक अदालत से न्याय व्यवस्था में पर्दाफ्तारी कम होती है।
3. लोक अदालत से लोकों को अपनी समस्याओं का समाधान खुद करना होता है।
4. लोक अदालत से लोकों में न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास बढ़ता है।
लोक अदालत के चुनौतियाँ:……..
1. लोक अदालत में न्यायधीशों की कमी है।
2. लोक अदालत में सहायता की कमी है।
3. लोक अदालत में लोगों की जागरुकता कम है।
लोक अदालत के भविष्य की संभावनाएँ:…….
1. लोक अदालत में प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ सकता है।
2. लोक अदालत में न्यायधीशों की संख्या बढ़ सकती है।
3. लोक अदालत में लोगों की जागरुकता बढ़ सकती है।
अंत में, लोक अदालत एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो भारत में न्याय व्यवस्था का एक हिसा है। इस्का उद्देश्य लोकों को तथ्यपूर्ण और सुविधाजनक न्याय प्रदान करना है। लोक अदालत के फायदे हैं, लेकिन इसके चुनौतियाँ भी हैं। भविष्य में, लोक अदालत में सुधार की संभावनाएं हैं।
अररिया में लोक अदालत की शुरुआत 2005 में हुई थी। तब से, यह न्यायलय अररिया के लोगों को तथ्यापूर्ण और सुविधाजनक न्याय प्रदान कर रहा है।
अररिया लोक अदालत का उद्देश्य लोगों को जल्दी और सस्ता न्याय दिलाना है। इसके लिए, लोक अदालत में न्यायधीश और लोक सभा होती है। न्यायधीश लोगों की समस्याओं का समाधान करते हैं, और लोकसभा के लोगों को अपनी समस्याओं का समाधान खुद करना सिखाता है।
अररिया लोक अदालत ने लोगों को बहुत सहायता दी है। इसने लोगों को न्याय व्यवस्था में विश्वास बढ़ाया है और उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान खुद करना सिखाया है।
अररिया लोक अदालत की कुछ महत्ता पूर्ण दिखाई गई है -…….
- इसने लोगों को जल्दी न्याय दिलाया है
- इसने न्याय व्यवस्था में पर्दाफ्तारी काम की है।
- इसने लोगों को अपनी समस्याओं का समाधान खुद करना सिखाया है।
- इसने लोगों में न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास बढ़ाया है।
अररिया लोक अदालत की शुरुआत से, यह न्यायलय लोगों की बहुत सहायता कर रहा है। यह न्यायलय अररिया के लोगों को तथ्यापूर्ण और सुविधाजनक न्याय प्रदान कर रहा है।