- महागठबंधन सरकार के दौरान हुई थी गड़बड़ी
- एक माह में दोबारा जारी होगा टेंडर
नजरिया न्यूज़ पटना – महागठबंधन सरकार के दौरान जलापूर्ति योजनाओं में हुई गड़बड़ी के बाद 4500 करोड़ का टेंडर रद्द कर दिया गया है. अगले एक माह के भीतर टेंडर प्रक्रिया में संशोधन करने के बाद दोबारा से निविदा निकाला जायेगा. योजना में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों की पहचान हो रही है. जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी. शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएचइडी मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा कि पहले 836 करोड़ का टेंडर रद्द किया गया था और अब लगभग 3600 करोड़ रुपये का टेंडर रद्द किया गया है. मंत्री ने कहा है कि अगले छह माह में योजना की गड़बड़ियों को पूरी तरह से ठीक कर लिया जायेगा. पंचायती राज विभाग की जलापूर्ति योजनाओं का हस्तांतरण पीएचइडी में हुआ हैं, लेकिन इसमें 50% से अधिक योजनाएं खराब है. नल जल में इन सभी योजनाओं का स्थल निरीक्षण कराया जा रहा है.
पानी टंकी पर लगेगा सोलर प्लेट :
अब पायलट प्रोजेक्ट के तहत पानी टंकी पर सोलर प्लेट लगाने का निर्णय लिया गया है. कभी-कभी बिजली नहीं रहने या ट्रांसमिशन में गड़बड़ी से योजनाएं प्रभावित होती है. इस कारण से सोलर प्लेट लगाने का निर्णय लिया गया है.
लगेंगे पुशअप नल रुकेगी पानी की बर्बादी :
मंत्री ने कहा कि विभागीय समीक्षा में पाया गया है कि नल टूट जाने या नल खुला रहने के कारण पानी की बर्बादी हो रही है. विभाग ने पानी की बर्बादी रोकने के लिए निर्णय लिया है कि अब सभी योजनाओं में पुशअप नल लगाया जायेगा जो दबाने से खुलेगा और छोड़ देने से बंद हो जायेगा. इससे पानी की कम से कम बर्बादी होगी.
1500 लगाए गए हैं नए चापाकल :
मंत्री ने कहा कि 4500 नये चापाकल लगाने का लक्ष्य ह। विभाग अभी तक 1500 नया चापाकल लगा दिया है.80 हजार चापाकलों की मरम्मति की गयी है. जिन इलाकों में पानी की दिक्कत है. वैसे इलाकों में 500 टैंकर चलाया जा रहा है. जरूरत पड़ने पर हर घर नल का जल योजना एवं अन्य योजनाओं से पानी पहुंचाया जा रहा है.