– 59वें दिन 7025 महिलाओं ने लिया भाग।
– जिले के 2106 स्थानों पर हो चुका आयोजन
नजरिया न्यूज, अररिया।
जिले में महिला सशक्तिकरण की दिशा में चलाया जा रहा महिला संवाद कार्यक्रम रविवार को अपने 59वें दिन में प्रवेश कर गया। इस दिन जिले के विभिन्न 36 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें कुल 7025 महिलाओं ने भाग लिया। यह कार्यक्रम न सिर्फ महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि उनकी सोच, समझ और जागरूकता में भी उल्लेखनीय परिवर्तन ला रहा है।
बता दें कि यह संवाद कार्यक्रम 18 अप्रैल 2025 को आरंभ हुआ था और अब तक जिले के 2174 नियोजित स्थलों में से 2106 स्थानों पर इसका सफल आयोजन हो चुका है। इस दौरान महिलाओं ने व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक हित से जुड़े कुल 57,294 मुद्दे और आकांक्षाएं सामने रखी हैं, जिनमें से कई समस्याओं का समाधान प्रशासन द्वारा किया जा चुका है।
कार्यक्रम में भाग ले रही महिलाओं का कहना है कि महिला संवाद मंच के माध्यम से उन्हें अपनी बात कहने का अवसर मिला है। अब उन्हें विश्वास हो चला है कि उनके द्वारा उठाई गई समस्याएं सिर्फ सुनी नहीं जातीं, बल्कि उस पर अमल भी होता है। यही कारण है कि महिलाओं की उत्सुकता और सहभागिता लगातार बढ़ रही है।
यह संवाद कार्यक्रम अब जिले के दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुंच बना चुका है। गांव की महिलाएं भी अब सरकारी योजनाओं और उनके लाभ के प्रति सजग हो रही हैं। उन्हें यह समझ में आने लगा है कि सरकार किस तरह उनके लिए काम कर रही है और किस प्रकार वे इन योजनाओं से जुड़कर अपने और अपने परिवार के जीवन में बदलाव ला सकती हैं।
कार्यक्रम के जरिए महिलाओं में स्वावलंबन की भावना का भी विकास हो रहा है। जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं की कहानियों ने अन्य महिलाओं को भी प्रेरित किया है। जो महिलाएं अभी तक जीविका से नहीं जुड़ी थीं, वे अब इससे जुड़ने की इच्छुक हैं ताकि वे भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।
इसके अलावा, महिला संवाद के माध्यम से महिलाएं अब जानने लगी हैं कि उनके लिए कौन-कौन सी सरकारी योजनाएं उपलब्ध हैं, और उनका लाभ कैसे लिया जा सकता है। यह कार्यक्रम महिलाओं को सिर्फ जागरूक नहीं कर रहा, बल्कि उन्हें समाज में सशक्त और आत्मनिर्भर नागरिक के रूप में भी स्थापित कर रहा है।
कुल मिलाकर, यह कहा जा सकता है कि महिला संवाद कार्यक्रम जिले में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त और सकारात्मक पहल साबित हो रहा है, जिसका प्रभाव आने वाले समय में समाज की सोच और दिशा दोनों को बदलने में मददगार होगा।