== राहुल गांधी ने असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान भ्रष्टाचार पर किया था करारा प्रहार -बिहार में जून और सितंबर में ईडी की छापेमारी के बाद अभी तक कुछ नहीं हुआ -ईडी के डर से डरा विपक्ष कैसे करेगा लोकतंत्र की रक्षा : मल्लिकार्जुन खड़गे
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सदियों की ठंढी-बुझी राख सुगबुगा उठी,
मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है;
दो राह,समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है:सोशल मीडिया
दुर्केश सिंह, संपादकीय प्रभारी नजरिया न्यूज, 30जनवरी।
ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस संकल्प को सोशल मीडिया में कठघरे में खड़ा किया जा रहा है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर चल रहे राहुल गांधी भी भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार कर रहे हैं। लेकिन विपक्ष के अधिकांश बड़े नेताओं के अलावा अन्य भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। उड़ीसा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाते हुए उतरने का जनता से आह्वान किया है। सोशल मीडिया पर खड़गे का भाषण सुर्खियां बटोर रहा है।
उड़ीसा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा: एक- एक नोटिस दिया जा रहा है।डराया-धमकाया जा रहा है। उसकी दोस्ती नहीं छोड़ेंगे तो फिर हम देख लेंगे। एक-एक को देख लेने की धमकी दी जा रही है।डर के मारे कोई दोस्ती छोड़ रहा है। कोई गठबंधन छोड़ रहा है। कोई पार्टी छोड़ रहा है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा:
इतने डरपोक लोग रहेंगे तो क्या यह मुल्क बचेगा। क्या यह संविधान बचेगा। क्या डेमोक्रेसी बचेगी। इसीलिए ये आखिरी चांस है वोट देने के लिए आपके पास। इसके बाद वोट नहीं पड़ेगा।
सोशल मीडिया की एक और खबर:30जनवरी को राहुल गांधी की बिहार के चार जिले में यात्रा चल रही है।ईडी लालू यादव से पूछताछ कर रही है।कल तेजस्वी यादव से पूछताछ करेगी। राजद की राजनीति को दफन करने की तैयारी चल रही है।
इसी खबर में वीडियो क्लीपिंग है:राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में युवाओं का जत्था अगुवाई करते हुए दौड़ रहा है।
भीड में उत्साह है। महिलाएं स्वागत कर रही हैं। यह दृश्य
अररिया और किशनगंज जिले का है।दूसरी तरफ पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा:हम जो कहते हैं,वह करते हैं। 2024 में जदयू खत्म हो जाएगी।
एक पत्रकार का दूसरे पत्रकार से सवाल? भाजपा चाहती है कि बिहार में आमने-सामने की लड़ाई जदयू साथ में रहे। दूसरे पत्रकार ने कहा: हिंदी बेल्ट का राज्य बिहार की सत्ता में भाजपा कभी भी अकेले चुनाव लड़ने का साहस नहीं कर सकती। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव और बिहार और देश के युवा नेता हैं। दोनों 2024में संदेश तो नहीं देने जा रहे हैं:
सदियों की ठंढी-बुझी राख सुगबुगा उठी,
मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है;
दो राह,समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
उल्लेखनीय है कि यह नजारा सोशल मीडिया में उस समय दिखा जब ईडी बीमार लालू यादव से अपने दफ्तर में पूछताछ कर रही थी। बेटी मीसा भारती अपने पिता के साथ रहना चाहती थी। ईडी ने अनुमति नहीं देती है। मीसा भारती सामने स्थित मंदिर में चली जाती हैं और जनसैलाब उनके साथ दिखता है।
सोशल मीडिया मीडिया में चर्चा आगे बढ़ती है:
जार्ज फर्नांडिस मुजफ्फरपुर के जेल में बंद थे। चुनाव चल रहा था और नारा लगा रहा था :
जेल का टूटेगा जार्ज फर्नांडिस छूटेगा :
संघर्ष की राजनीति को खत्म करने की राजनीति देश में चल रही है।
राजनीतिक विश्लेषक दीपक शर्मा: चुनाव के मौसम में पुरानी फाइलें खोलना जनता की नजर में संदेह पैदा नहीं करेंगी? गलत नीयत से बीमार नेता लालू यादव को बुलाकर ईडी बार -बार पूछताछ कर रही है। जनता नीयत पर शक करेगी ही। चुनाव से पहले तेजस्वी यादव को जेल भेजने की तैयारी चल रही है। मुलजिमों को सरकारी गवाह बनाया जाएगा। यानि झूठे साबूत जुटाए जाएंगे। अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन को ऐसे गवाहों के बलबूते जेल भेजने की कोशिश हो रही है। या सबक सिखाने की कोशिश हो रही है। जनता ऐसी नीयत को समझती है। जनता को यह भी पता है: अगला निशाना राबड़ी देवी को बनाया जाएगा । फिर लालू की बेटियां निशाने पर होंगी। दीदी पर प्रेशर ईडी बना रहा हैं। महाराष्ट्र में आदित्य ठाकरे की घेराबंदी हो रही है। शरद पवार के ग्रेंड सन रोहित पवार राडार पर है। कर्नाटक में डीके शिवकुमार को घेर लिया गया है। मायावती का 14वर्ष पुरानी फाइल खुल गई है। यह सब चुनाव के समय किया जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषक अशोक वानखेडे कहते हैं:
मैं तो कहता हूं सभी भ्रष्टाचारियों को जेल में डालिए।लेकिन मोदी जी जेल में कहां भेज रहे हैं। बिहार में जून सितम्बर में ईडी की रेड हुई थी। उसमें डब्बू सिंह और कारू सिंह भाजपा के साथ चले गये। अब मोछ पर ताव देंगे। ईडी द्वारा जब्त लाल डायरी अब संविधान हो गई है। ईडी कुछ नहीं कर पाएगी।
अशोक वानखेड़े ने कहा: भ्रष्टाचार पर इतनी बड़ी कार्रवाई के बावजूद चुनाव आयोग पर भी कब्जा प्रधानमंत्री मोदी जी क्यों चाहते हैं।इसका उत्तर देते हुए पत्रकार अशोक वानखेडे ही कहते हैं:
चुनाव जनता लड़ती हैं। इंदिरा गांधी जैसी नेता भी जनता के नाराज होने के बाद चुनाव हार गई थीं। इंदिरा जी अपनों को नहीं सुनी थी। इमरजेंसी लगा दी थी। चुनाव नेता नहीं जनता लड़ती है।
फिलहाल ना खाऊंग ना खाने दूंगा का संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पूरा करते हैं तो 2024 का चुनाव उनका होगा।
इतिहास साक्षी है कि सत्ता व्यक्ति को भ्रष्ट बनाती है। जनता में संदेश जा रहा है :जांच एजेंसियां सभी भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है