गोविन्द पोद्दार / कुशेश्वरस्थान दरभंगा
जय मां दुर्गे एवं जय माता दी की जयघोष के बीच विभिन्न तालाबों, नदियों एवं जलाशयों में बीती शनिवार की दोपहर बाद कलश एवं प्रतिमा विसर्जन के साथ ही शारदीय नवरात्र एवं दुर्गा पूजा शांति पूर्वक सम्पन्न हो गया। इस दौरान प्रखंड क्षेत्र में कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इससे पहले दुर्गा पूजा एवं दशहरा के अंतिम दिन विजय दशमी का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। असत्य पर सत्य की और अधर्म पर धर्म की विजय के प्रतिक विजय दशमी के अवसर पर विभिन्न दुर्गा मंदिरों एवं पंडालों में देवी दुर्गा को दर्शन पूजन के लिए आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालु माता रानी के दर्शन पूजन कर प्रसाद चढ़ाया और अपने स्वजनों के सुख समृद्धि की कामना किया। दोपहर बाद से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विभिन्न पूजा स्थलों से प्रतिमा विसर्जन यात्रा शुरू हुआ। इस दौरान पूजा समिति के सदस्यों ने बैण्ड बाजा के धुनों पर थिरकते हुए रंग गुलाल उड़ाते हुए विभिन्न तालाबों, नदियों एवं जलाशयों पर पहुंचे और
जय माता दी एवं जय मां दुर्गे की जयघोष के बीच नम आंखों से कलश एवं प्रतिमा को पवित्र जल में प्रवाहित कर विसर्जन किया। इस दौरान जय माता दी, जय मां दुर्गे,हर हर महादेव और जय श्री राम की जयघोष से वातावरण गुंजायमान हो रहा था। विसर्जन जुलूस के दौरान महिलाएं समदाउन के तर्ज पर माता रानी के विदाई गीत गा कर वातावरण को कारुणिक भावों से भर दिया। कुशेश्वरस्थन में स्थापित पुरानी दुर्गा मंदिर पूजा, सम्राट चौक पूजा एवं मां वैष्णवी दुर्गा पूजा समिति की ओर से बारी बारी से विसर्जन जुलूस निकाल कर बाजार के परिक्रमा कर दुर्गा पोखर में मूर्ति विसर्जन किया। वहीं झझरा, नारायणपुर, सोहरबा घाट सहित कई अन्य गांवों में स्थापित प्रतिमा रविवार की अहले सुबह विसर्जन किया गया।
प्रतिमा विसर्जन के दौरान सभी पूजा स्थलों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किया गया था। इससे पूर्व शारदीय नवरात्र के नौंवी तिथि 11 अक्टूबर को मंदिर एवं पूजा पंडालों में मां सिद्धिदात्री की विधिवत पूजा अर्चना कर हवन के साथ पूर्णाहुति का अनुष्ठान पूरा किया गया।
नौवीं पूजा के अवसर पर देर शाम मां वैष्णवी दुर्गा पूजा समिति के तत्वावधान में महा आरती का आयोजन हुआ। जिसमें भारी संख्या में महिला एवं पुरुष भक्तों ने भाग लिया।