नजरिया न्यूज़ पूर्णिया। नीतीश कुमार देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बनने जा रहे है.जो अपने 2020 से 2025 के इस पांच साल के कार्यकाल में तीसरी बार अपनी पार्टी जदयू के साथ पाली बदलने की तैयारी करने जा रहे है.बताते चलें कि 17 महीने तक चली इस सरकार को न जाने किसकी नजर लग गई कि महज कुछ घण्टों में महागठबंधन में इतनी बड़ी खाई बन गई कि लालू और नीतीश एक दूसरे से अलग होने की कगार में पहुंच गए है.
कहावत है कि एक नुख्ता से खुदा से जुदा हो जाता है.ठीक उसी तरह एक ट्वीट ने राजद और जदयू का पूरा खेल ही बिगाड़ दिया.लेकिन पोलिटिकल पंडितों का कहना तो कुछ और ही है.इस पूरे घटनाक्रम में पूरे देश के पोलिटिकल पंडितों ने पिछले एक सप्ताह से राजद और जदयू के बीच चल रहे घमासान पर पल-पल की नजर रखे हुए है.
इस पूरे घटनाक्रम में पोलिटिकल पंडितों का कहना हुआ कि नीतीश कुमार बड़ी दूर की सोचते है.उनको ये लग रहा की केंद्र में भाजपा को सत्ता से हटाना नामुमकिन है.अगर हम राजद के साथ रहते है तो 2025 के बाद मेरा और मेरे पार्टी का भविष्य क्या होगा.अगर भाजपा के साथ रहते है तो 2025 के बाद नीतीश कुमार को केंद्र में एक बड़ी जगह तो मिल जाएगी.जो कि राजद के साथ रहने से नहीं होगा.भाजपा के साथ भविष्य में मैं और मेरी पार्टी पूरी तरह सुरक्षित रहेगी. फिलहाल अभी ये देखना है कि ऊंट किस करवट लेगा.