कुशेश्वर स्थान /दरभंगा :- विगत एक सप्ताह से प्रखंड क्षेत्र में हीट वेव को झेल रहा है। सुबह से ही आसमान से आग बरसती चिलचिलाती धूप गर्म भरी तेज पछुआ हवा एवं भीषण गर्मी का प्रभाव शुरू होती है। चिलचिलाती धूप, भीषण गर्मी और तेज गर्म भरी पछुआ हवा से लोगों का हाल बेहाल हो रहा है।
मौसम के इस बेरुखी से सुबह के 8 बजे से शाम के 5 बजे तक लोग अपने घरों में कूलर एवं पंखा के निचे दुबके रहते हैं। जिससे मुख्य सड़क स्टेट हाइवे 56 सहित सभी ग्रामीण सड़कें सुनसान पड़ी रहती है। मालूम हो कि विगत एक सप्ताह से प्रखंड क्षेत्र में हीट वेव की चपेट में है। सुबह से ही आसमान से आग बरसती चिलचिलाती धूप गर्म भरी तेज पछुआ हवा एवं भीषण गर्मी का प्रभाव शुरू होती है और जैसे जैसे दिन चढ़ता जाता है मौसम में गर्मी भी बढ़ती जाती है। शाम 5 बजे के बाद ही लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल पाता है। इस दौरान 40-41 डिग्री सेल्सियस तापमान से लोगों को दो चार होना पड़ता है। इस भीषण गर्मी से बचने के लिए लोगों को कूलर एवं पंखा की हवा का सहारा लेना पड़ता है। हीट वेव से बचने के लिए मौसमी फल, लस्सी तथा बोतल बंद पानी की मांग बढ़ गई है। भीषण गर्मी का यह कहर केवल मनुष्य पर ही नहीं बल्कि पालतू एवं जंगली जानवरों के साथ साथ पंछी पर भी इसका असर पड़ रहा है। पालतू पशुओं के लिए तो पशुपालक अपने स्तर से धूप से बचाव का उपाय कर रखा है। लेकिन जंगली जानवरों और पंछी को धूप से बचने के लिए पेड़ पौधे के छांव में बैठे हुए देखा जाता है।
सुबह में बाजार पहुंचने वाले ग्राहकों को खरीदारी करने में लेट होने पर धूप एवं गर्मी की वजह से दिन भर उन्हें बाजार में ही समय बिताना पड़ता है।
- मक्का की खेती यहां के किसानों का मुख्य नगदी फसल है।
इस भीषण गर्मी से मक्का की खेती करने वाले किसानों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। कुशेश्वरस्थान का यह इलाका मक्का की खेती का हव के रूप में जाना जाता है। मक्का की खेती यहां के किसानों का मुख्य नगदी फसल है। इसका व्यापक पैमाने पर खेती होती है। अधिकांश खेतों में लगी मक्का की फसल पक कर तैयार है। लेकिन गर्मी और धूप की वजह से किसान मक्का के कटनी और तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। मक्का की तैयारी करने का अनुकूल मौसम रहने के बाद भी किसान इसके कटनी और तैयारी करने में लाचार दिख रहा है।
इस भीषण धूप एवं गर्मी से बचाव के संबंध में पूछे जाने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुशेश्वरस्थान के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ0 भगवान दास ने लोगों को अधिक धूप में घर से बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी है। कहा कि जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले। घर से बाहर निकलने के समय सूती और ढ़ीलाढ़ाला कपड़े पहनने, अधिक पानी पीने,सिर पर कपड़ा रखने तथा खाली पैर नहीं चलने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कच्चे आम को पकाकर इसके शर्बत बनाकर पीने से लू के प्रकोप से बचाव होता है। डॉ0 श्री दास ने लोगों को तेज बुखार, उल्टी सहित लू के लक्षण आते ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आकर इलाज कराने की सलाह दी।