- संभावित मरीजों की खोज के घर-घर दस्तक दे रही है आशा कार्यकर्ता
- इस साल अब तक मिले हैं वीएल 10 व पीकेडीएल के 02 मरीज
अररिया, 03 दिसंबर ।
जिले में कालाजार के संभावित मरीजों की खोज के लिए विशेष अभियान का संचालित किया जा रहा है। कालाजार रोगी खोज अभियान 27 नवंबर से शुरू होकर आगामी 06 दिसंबर को खत्म होगा। रोगी खोज अभियान जिले के सिकटी प्रखंड को छोड़ कर शेष सभी 08 प्रखंडों में संचालित किया जा रहा है। अभियान के तहत चिह्नित प्रखंडों के 68 गांवों में 11 हजार 960 घरों में संभावित कालाजार रोगियों की खोज की जायेगी। इसके लिये आशा कार्यकर्ता चिह्नित इलाके के सभी घरों में दस्तक देकर कालाजार से मिलते जुलते लक्षण वाले मरीजों को चिह्नित कर नजदीकी पीएचसी में जरूरी जांच व इलाज के लिये उन्हें प्रेरित करेंगी। रोगी खोज अभियान की सफलता के लिये संबंधित कर्मियों को पूर्व में जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है।
अभियान में 76 आशा व 64 फैसिलिटेटर शामिल
कालाजार रोगी खोज अभियान में संबंधित क्षेत्र की 76 आशा कार्यकर्ता व 64 आशा फैसिलिटेटर को लगाया गया है। जानकारी देते हुए वीबीडीसीओ राम कुमार ने बताया कि रोगी खोज अभियान की सफलता के लिये संबंधित कर्मियों की जिम्मेदारी तय की गयी है। आशा फैसिलिटेटर आशा द्वारा किये जा रहे कार्यों पर नजर रखेंगी। वहीं संबंधित प्रखंड के वीबीडीएस रोग का सत्यापन करते हुए रोगियों की जरूरी जांच सुनिश्चित करायेंगे। प्रखंड सामुदायिक समन्वयक रोगी खोज अभियान से संबंधित सभी गतिविधियों की मॉनेटरिंग करेंगे। साथ ही इससे संबंधित रिपोर्ट जिला को उपलब्ध करायेंगे।
लक्षणों के आधार पर चिन्हित किये जायेंगे मरीज
रोगी खोज अभियान के क्रम में 15 या 15 से अधिक दिनों से बुखार पीड़ित वैसे व्यक्ति जिनका बुखार एंटीबायॉटिक दवा सेवन के बावजूद ठीक नहीं हो रहा हो। भूख की कमी व पेट का आकार बड़ा होना, वजन में गिरावट, शरीर पर चकते का निशान वाले मरीजों को चिह्नित कर संबंधित पीएचसी के माध्यम से उनका जरूरी इलाज सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जायेगा।
अब तक वीएल के 10 व पीकेडीएल के मिले हैं 02 मरीज
इस वर्ष अब तक जिले में वीएल यानी विसरल लिसमेनयेसिस के 10 व पोस्ट कालाजार डर्मल लिसमेनियैसिस के 02 मामले अब सामने आये हैं। जानकारी मुताबिक इस वर्ष भरगामा प्रखंड से 01, फारबिसगंज प्रखंड से 03, जोकीहाट से 02, रानीगंज से 04 वीएल के मामले सामने आये हैं। वहीं भरगामा व फारबिसगंज प्रखंड में 01-01 पीकेडीएल चिह्नित किये जाने की जानकारी है।
कालाजार के मामलों नियंत्रण संबंधी प्रयास जारी
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि जिले में कालाजार के मामलों में निरंतर गिरावट जारी है। जिले को पूरी तरह कालाजार मुक्त बनाने का विभागीय प्रयास जारी है। इसके लिये रोगी खोज अभियान की सफलता महत्वपूर्ण है। इसे लेकर चिन्हित प्रखंडों में विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। ताकि संभावित मरीजों का जरूरी जांच व इलाज सुनिश्चित कराया जा सके। उन्होंने बताया कि वर्ष 2007 में जहां जिले में कालाजार के 3937 मामले सामने आये थे। वहीं बीते कुछ वर्षों में इसमें तेजी से गिरावट आयी है। आलम ये है कि वर्ष 2022 में जिले में वीएल के 17 व पीकेडीएल के 05 मरीज मिले। वर्ष 2023 में वीएल के 05 व पीकेडीएल के 01 मरीज मिले हैं।