नजरिया न्यूज, अररिया।
बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान को लेकर बिहार की सियासत में उबाल आ गया है। भाजपा के सांसदों ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “अपमान और अहंकार राजद के संस्कार में शामिल है।” सांसदों ने कहा कि बाबा साहेब का अपमान अब केवल एक राजनीतिक विषय नहीं, बल्कि देश के करोड़ों दलितों की भावनाओं का सवाल बन चुका है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि बाबा साहेब ने देश को संविधान दिया, वंचितों को अधिकार दिलाया, समरसता का संदेश दिया, और समाज को नई दिशा दी। ऐसे युगपुरुष की तस्वीर को पैरो के पास रखना सीधा अपमान है, जिसे देश सहन नहीं करेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह वीडियो सार्वजनिक हुए 36 घंटे से अधिक बीत चुके हैं, लेकिन राजद की ओर से अब तक कोई खेद या माफी नहीं आई है।
सांसदों ने तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया पर भी नाराजगी जताई और कहा कि जब यह अपमान लालू प्रसाद यादव की मौजूदगी में हुआ, तब तेजस्वी यादव ने उसे “आलतू-फालतू” विषय बताकर अपने अहंकार और संवेदनहीनता को उजागर किया। उन्होंने सवाल उठाया, “अगर यह अपमान नहीं है, तो फिर राजद किसे अपमान मानेगी?”
भाजपा ने राजद पर दलित-विरोधी मानसिकता का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी केवल वोट बैंक की राजनीति करती है, लेकिन समाज के सम्मान और संस्कृति से कोई सरोकार नहीं रखती। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि यह बाबा साहेब के विचारों और संघर्ष के विरुद्ध एक साजिश जैसा प्रतीत होता है।
सांसदों ने स्पष्ट किया कि भाजपा इस अपमानजनक कृत्य को लेकर चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने ऐलान किया कि इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को नोटिस भेजा जाएगा और भाजपा के एससी मोर्चा के नेता राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे।
भाजपा नेताओं ने जनता से भी इस मुद्दे पर सजग रहने की अपील की और कहा कि जो पार्टी बाबा साहेब का सम्मान नहीं करती, उसे लोकतंत्र की बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर राजद ने जल्द ही माफी नहीं मांगी, तो इसका जवाब जनता आगामी चुनावों में देगी।
अंत में सांसदों ने बाबा साहेब को राष्ट्र निर्माता और दलित समाज का पथप्रदर्शक बताते हुए कहा कि उनका अपमान देश का अपमान है और भाजपा इसे हर मंच पर उठाएगी।