– लोगों को जागरूक कर यक्ष्मा के लक्षण वाले मरीजों की होगी जाँच
– टीबी के लक्षणों को छुपाएं नहीं
मोतिहारी, 13 जनवरी
जिले में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान अन्तर्गत अब धर्मगुरुओं समाजिक संस्थाओ के साथ अंजुमन इस्लामिया से जागरूकता हेतु सहयोग लिया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक जनसमुदाय व भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर कैंप लगाकर 100 दिवसीय अभियान में वैन में मौजूद पोर्टेबल एक्स रे मशीन से संदिग्ध मरीजों की जाँच कर टीबी मरीजों की तीव्र गति से पहचान की जा सकें। इस सम्बन्ध में जिले के यक्ष्मा विभाग ने नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार के नेतृत्व में मोतिहारी शहर के अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष, रहमानिया हॉस्पिटल के डॉ तरबेज अजीज व अन्य प्रतिनिधियों से मुलाकात कर 100 डेज कैंपेन के बारे में जानकारी दी। डॉ सुनील कुमार ने बताया की अंजुमन के साथ ही नरसिंह बाबा मठ के मठाधीश बाबा और अन्य लोगों से भेंट की गईं है, बैनर पोस्टर व गाड़ी से भी प्रचार प्रसार किया जाएगा। मौके पर डॉ तबरेज अजीज ने इस अभियान में लोगों को जागरूक करने के साथ जाँच, ईलाज में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ संजीव ने बताया कि आमतौर पर देखा जाता है कि लोग 2 हफ्ते से ज्यादा बलगम वाली खाँसी, बुखार से पीड़ित होते हुए भी टीबी की जाँच नहीं कराते। जब उनकी मुश्किलें बढ़नी शुरू हो जाती है तब वे अस्पताल का रूख करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लक्षणों को नजरअंदाज न करते हुए तुरंत सरकारी अस्पताल में टीबी की जांच कराएं, ताकि सही समय पर पहचान होने पर दवाओं के सेवन से यह खत्म हो सकें। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की टीबी एक संक्रामक रोग है जो हवा के माध्यम से भी फैल सकता है। जब टीबी रोग से ग्रसित व्यक्ति घर या बाहर खांसता, छींकता या बोलता है तो उसके साथ संक्रमण बाहर निकलता है। जो हवा के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। ऐसे में घर के लोग संक्रमित न हो इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए। मुँह पर मास्क जरूर लगाना चाहिए। उन्होंने बताया की टीबी मरीजों को मुफ्त इलाज के साथ ही उन्हें निक्षय पोषण योजना का लाभ के तौर पर हर महीने 1000 रुपए भी दिए जाते है। उन्होंने बताया कि टीबी की बीमारी अब लाइलाज नहीं है,जिले के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में टीबी के मरीजों की जाँच एवम इलाज उपलब्ध है।
मौके पर डॉ तबरेज अजीज, डॉ नजील्लाह खान, सय्यद हसन, डॉ परवेज, फय्याजुद्दीन, अमरेंद्र कुमार, एवं अंजुमन इस्लामिया के कई सदस्य उपस्थित थे।