=भवन जमींदोज होने के चार दिन पहले अमर उजाला अखबार ने भवन को गिर जाने की जताई गई थी आशंका
= स्कूल बंद होने के बाद भवन जमींदोज होने से टल गया बड़ा हादसा
अनिल उपाध्याय, पूर्वांचल ब्यूरो नजरिया ंंन्यूज, 24अगस्त।
मीरगंज, मछली शहर। प्राथमिक विद्यालय किशुनदासपुर के भवन को जमींदोज होने के दो दिन बीतने के बाद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। ग्रामीणों की मांग है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। फिलहाल अधिकारी घटना को नजरअंदाज कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक मछलीशहर ब्लॉक के किशुनदासपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय का मुख्य भवन बुधवार शाम चार बजे अचानक भरभरा कर गिर गया। बच्चों की छुट्टी दो घंटे पहले ही हो गई थी। इसके कारण कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, बृहस्पतिवार से स्कूल को गोधना गांव के प्राथमिक स्कूल में शिफ्ट करा दिया गया। जर्जर भवन की खबर 20 अगस्त के अंक मे अमर उजाला ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। तब बीईओ मछलीशहर अमरदीप जायसवाल ने स्कूल भ्रमण करने की बात कही थी।
बुधवार को स्कूल ढहने के बाद ग्रामीण इस आशा में थे कि कोई न कोई अधिकारी पहुंचेगा। दिनभर स्कूल की गेट को खोलकर इंतजार किया जाता रहा कि कोई अधिकारी जरूर पहुंचेगा लेकिन घटना के दो दिन बाद भी शिक्षा विभाग व प्रसासनिक विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। न ही जांच की बात कही।
सवाल है कि 18 साल में ही भवन क्यों गिर गया?