उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रांतीय सम्मेलन को किया संबोधित
दुर्केश सिंह, संपादकीय प्रभारी, नजरिया न्यूज, 15जुलाई।
एक दिन पूर्व लखनऊ में संपन्न प्रदेश कार्य समिति की बैठक और रांची में संपन्न आरएसएस का प्रांतीय अधिवेशन में किस विषय पर अधिक चर्चा हुई। इसके कयास इस समय खुब लगाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया में उत्तर प्रदेश में 62से 43सीट पर भाजपा के आने पर हार की समीक्षा की रिपोर्ट की भी चर्चा सुर्खियों में है। वहीं जमीन से जुड़े भाजपाइयों किस इलाके के लोकसभा क्षेत्र में भाजपा की सीट हुई, वहां का विधायक और मंत्री की भी चर्चा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के भाषण की भी चर्चा खुब हो रही है। अधिकांश भाजपाइयों का मानना है लोकसभा चुनाव में
कम सीटें आने का कारण उत्तर प्रदेश सरकार नहीं है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था, मुख्य रूप से आफराध पर अंकुश लगने से ही भाजपा को सबसे अधिक सीट लोकसभा चुनाव में मिली हैं।
फिर भी ऐसी चर्चाएँ हैं कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और योगी आदित्यनाथ के रिश्तों की तल्ख़ी एक बार फिर सतह पर है।
राजनीतिक विश्लेषक अभय कुमार दुबे ने भी मीडिया से बातचीत में उत्तर प्रदेश में बीजेपी के फीके प्रदर्शन के लिए योगी आदित्यनाथ उत्तरदायी नहीं माना।उनका कहना था, “योगी आदित्यनाथ की भूमिका की समीक्षा तभी की जा सकती है जब उनके पास कोई ज़िम्मेदारी होती।इस लोकसभा चुनाव को पूरी तरह से बीजेपी की आलाकमान कंट्रोल कर रही थी। चुनाव की पूरी बागडोर अमित शाह के हाथ में थी।सारे टिकट भी उन्हीं की मर्ज़ी से दिए गए। एक- एक चुनाव क्षेत्र का प्रबंधन अमित शाह ख़ुद कर रहे थे।
दुबे कहते हैं:
योगी का काम सिर्फ़ इतना था कि यूपी में घूम-घूम कर एक स्टार प्रचारक के रूप में धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण करने वाले भाषण दें जो उन्होंने बख़ूबी किया। उनको जो ज़िम्मेदारी दी गई थी उसका उन्होंने पूरा पालन किया। इसलिए उनको हार का ज़िम्मेदार ठहराया ही नहीं जा सकता।अगर कोई योगी पर इस हार की ज़िम्मेदारी डालने की कोशिश कर रहा है तो वो साज़िशन ही है। रांची में आरएसएस के प्रांतीय सम्मेलन में भी भाजपा संगठन पर ही अधिक चर्चा हुई।
रविवार को लखनऊ के लोहिया सभागार में हुए बीजेपी की प्रदेश कार्य समिति की बैठक में
कार्यकर्ताओं को लेकर केशव मौर्य ने सबसे बड़ी बात कही। केशव मौर्य ने कार्यकर्ताओं से कहा कि, ‘जो आपका दर्द है, वही मेरा भी दर्द है। सरकार से बड़ा संगठन है, संगठन था और रहेगा। केशव मौर्य ने कहा कि, ‘सात कालिदास मार्ग कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा खुला है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2014से 2024 तक के मत प्रतिशत जानकारी देते हुए बताया
कि मतदान प्रतिशत लगभग यथावत है।
गवर्नेंस को लेकर भी साफ कर दिया कि जिस अंदाज में उनकी सरकार चल रही है उसे पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
उन्होंने उदाहरण मोहर्रम का जरूर दिया लेकिन संदेश सबके लिए था।
जब संगठन के बड़े नेता प्रदेश अध्यक्ष से लेकर केशव मौर्य तक कार्यकर्ताओं की बात कर रहे थे तो उसका जवाब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह कह कर दिया कि, ‘जब विपक्ष झूठ नेगेटिव गढ़ रहा था तो हमारे कार्यकर्ता जवाब क्यों नहीं दे पाए।
स्मार्टफोन पर सुबह शाम गुड मॉर्निंग भेजा जा सकता है लेकिन विपक्ष के फैलाए झूठ का जवाब क्यों नहीं दिया गया।