- बच्चों के अधिकारों को लेकर जागरूकता का संदेश
नजरिया न्यूज़, अररिया। विकाश प्रकाश।
बच्चों के विकास के बिना समाज की प्रगति केवल एक कल्पना है—इसी संदेश के साथ अररिया में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की प्रथम वर्षगांठ गुरुवार को गरिमामय तरीके से मनाई गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकार (DLSA) अररिया, एलएडीसी पदाधिकारी-कर्मियों, पारा विधिक स्वयंसेवकों तथा जागरण कल्याण भारती के संयुक्त तत्वावधान में शपथ ग्रहण और कैंडिल मार्च का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में बाल विवाह जैसी कुप्रथा को रोकने और बच्चों—विशेषकर बालक-बालिकाओं—के अधिकार एवं उनके उत्थान के लिए व्यापक जन-जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार, अररिया के सचिव रोहित श्रीवास्तव ने कहा कि बाल विवाह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य में सबसे बड़ी बाधा भी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “बाल विवाह रोकना हर नागरिक का कर्तव्य है। बच्चों के विकास के बिना समाज का विकास संभव नहीं। समाज में व्याप्त इस बुराई को जड़ से समाप्त करना बेहद आवश्यक है।” उन्होंने बताया कि DLSA लंबे समय से बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा, उनके उत्थान और सामाजिक न्याय के लिए लगातार कार्यरत है।
इस अवसर पर बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को गति देने के लिए राज्यभर में कार्यक्रम आयोजित करने हेतु महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार द्वारा पहले ही सभी जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश भेजे गए थे। इसी क्रम में अररिया जिले में भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हुए लोगों को संदेश दिया गया कि बाल विवाह जैसी प्रथाएँ बच्चों के मानसिक, शारीरिक और शैक्षणिक विकास को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं।
कैंडिल मार्च में बड़ी संख्या में पदाधिकारी, कर्मी तथा स्वयंसेवक शामिल हुए। सभी प्रतिभागियों ने बाल विवाह उन्मूलन के संकल्प के साथ समाज में जागरूकता फैलाने का प्रण लिया।
कार्यक्रम में उपस्थित:
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, अररिया:
– रोहित श्रीवास्तव
एलएडीसी के अधिवक्ता:
– विनय कुमार ठाकुर
– सोहन लाल ठाकुर
– अरुणेश गौरव
– सोनी कुमारी
कर्मीगण:
नीरज कुमार झा, अमित कुमार दास, उमर फारुक, कुमार मोहनीस, सुभाष मंडल, जगत कुमार पासवान
पारा विधिक स्वयंसेवक:
कुमोद कुमार पासवान, ललन कुमार राम, ब्रह्यानंद कुमार राम, इनाम आलम, राधेश्याम सिंह, उमेश कुमार ठाकुर, बुधन मंडल, राजीव कुमार रंजन, प्रशांत कुमार सिंह, सुनील कुमार झा, मिथिलेश कुमार झा, रमण कुमार मिश्रा, समानंद पासवान
कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और बाल विवाह उन्मूलन के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


















