कपिल देव सिंह, नजरिया न्यूज ब्यूरो, लखनऊ, 02फरवरी।
वाराणसी में ज्ञानवापी से जुड़ी बड़ी खबर है।ट्रेजरी से व्यास जी तहखाने में आठ खंडित मूर्तियां वापस लाई गई हैं।यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने बताया:
देवाधिदेव महादेव, बजरंगबली, लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्तियां एएसआई के सर्वे को दौरान मिली थीं।दस में से आठ मूर्तियां ट्रेजरी से वापस तहखाने पहुंचाई गईं हैं।डीएम की कस्टडी में साक्ष्य के लिए मूर्तियां रखी गई थीं।
ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष को 31 साल बाद व्यास जी के तहखाने में पूजा का अधिकार प्राप्त हुआ है।फैसला आने के बाद काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।ज्ञानवापी गेट नंबर चार पर कमांडो दस्ते के साथ पीपीएफ फोर्स की तैनाती है।संवेदनशील स्थानों पर पुलिस के अतरिक्त जवान तैनात किए गए हैं।फैसले के बाद हिंदू पक्ष खासा उत्साह में है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में स्थित व्यास जी तहखाने में पूजा की अनुमति वाले वाराणसी की अदालत के आदेश के खिलाफ दायर अपील पर मस्जिद कमेटी को तत्काल राहत देने से शुक्रवार को इनकार कर दिया। ज्ञानवापी मस्जिद का प्रबंधन करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी ने वाराणसी की अदालत के आदेश को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय में अपील दायर की है।न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल ने मस्जिद कमेटी की अपील पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया।अगली सुनवाई छह फरवरी को होगी। बरहाल अदालत ने तहखाने में पूजा-अर्चना पर रोक लगाने का कोई आदेश पारित नहीं किया।
ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण ढंग से जुमे की नमाज संपन्न हो गई।मस्जिद परिसर के व्यास जी तहखाने में बुधवार को अदालत के आदेश से पूजा का अधिकार मिलने के बाद शुक्रवार को बड़ी संख्या में नमाजी ज्ञानवापी पहुंच गए।इतनी बड़ी संख्या में नमाजियों के पहुंचने पर पुलिस प्रशासन को उन्हें वापस भेजना पड़ा। प्रशासन ने मस्जिद में ज्यादा भीड़ होने के बाद नमाजियों को दूसरी मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए कहा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आज पहले की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा नमाजी ज्ञानवापी में नमाज पढ़ने पहुंचे।