नज़रिया न्यूज़ अररिया। विकाश प्रकाश।
अररिया जिला में पुलिस पर पथराव व माॅब लिचिंग कोई नई बात नहीं हैं। गाहे बगाहे जिले के किसी ना किसी थानाक्षेत्र के पुलिस पर पथराव व भिडंत आम बात हो गई है। कुछ वर्ष पूर्व रानीगंज थानाक्षेत्र के बेलसरा गांव में भरगामा थाना के थानाध्यक्ष अपराधियों से भिडंत मे शहीद हो गये थे कुछ महीनों पुर्व भरगामा थानाक्षेत्र के खजुरी बाजार में सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों ने पथराव कर आधा दर्जन पुलिसकर्मी को जख्मी कर दिया था।
इससे पुर्व 23 सितंबर सोमवार को महलगांव थाना क्षेत्र के बागनगर पंचायत के पोखरिया गांव में जमीन पर अवैध रूप से कब्जा हटाने गई पुलिस पर भीड़ ने हमला कर दिया था। सब इंस्पेक्टर के माथे पर तीर लगने से घायल हो गयी थी। तो वहीं ताजा मामला सिमराहा थाना के अपर थानाध्यक्ष मो इम्तियाज को गुप्त सूचना मिली कि थाना के ठीक पीछे जो नेशनल हाईवे की तरफ जाती है और इसी क्रम में बस्ती होकर गुजरना पड़ता है जहां स्मैक की तस्करी काफी जोर-शोर से की जाती है। इसी परिपेक्ष में मो इम्तियाज अपने दो सहयोगियों के साथ सादे लिवास में घटनास्थल की ओर निकले जबकि थानाध्यक्ष प्रेम कुमार भारती को पुलिस बैकअप के लिए सूचित किया गया। पुलिस बैकअप विलंब से मिली। इस क्रम में अपराधी को अपर थानाध्यक्ष ने अपराधी को धर दबोचा। आपको बतादे कि अपराधी के परिजन ने पुलिस के साथ पारंपरिक हथियार के साथ भिड़ गए। जिसमें अपर थानाध्यक्ष गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी बीच अपराधी मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। जब तक सिमराहा पुलिस घटना स्थल पर पहुंचती।
अपराधी पुलिस के जद से बाहर निकल गए। घायल अवस्था में सिर्फ अपर थानाध्यक्ष पाए गए। हालांकि घायल अपर थानाध्यक्ष एवं उनके सहयोगी को सिमराहा पुलिस ने फारबिसगंज के रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी स्थिति गंभीर देखते हुए अररिया सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जबकि अररिया सदर अस्पताल में उनका सीटी स्कैन कराया गया। इसी बीच अररिया सदर अस्पताल के चिकित्सक ने बताया की सीटी स्कैन के रिपोर्ट आने के बाद ही बताया जाएगा की स्थिति कितनी गंभीर है।