नज़रिया न्यूज औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद से एक सनसनी मामला प्रकाश में आया है आपको बता ते चले की पहले तो एक्साइज के अधिकारी मादक पदार्थ के साथ मोटरसाइकिल को पकड़ते हैं पकड़े गई युवक को जेल भेजते हैं और फिर पकड़े हुए गाड़ी को बेच डालते हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं एक पीड़ित ने औरंगाबाद एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है………..
मामला यह है कि औरंगाबाद जिले में उत्पाद थाना औरंगाबाद ने एक युवक जिसका नाम कुणाल कुमार ग्राम खरार थाना बाकेबाजार जिला गया बिहार को
मादक पदार्थ के साथ एक बाइक को भी जप्त किया था। उत्पाद थाना के दारोगा के द्वारा 817/2024 कांड दर्ज की गई थी। मादक पदार्थ के साथ जप्त की गई गाड़ी का नंबर BR 02BA 8834 है।
पीड़ित युवक ने औरंगाबाद एसपी को आवेदन देकर पूरे परिवार के साथ अपनी जान की गुहार लगाई है।
आवेदन में पीड़ित कुणाल कुमार ने लिखा है कि…..
शराब मामले में उत्पाद थाना औरंगाबाद के द्वारा गाड़ी को भी जब्त किया गया था। गाड़ी जब्त करने के बाद उत्पाद थाना के पुलिस पदाधिकारी के द्वारा मेरा गाड़ी चोरी का समझकर थाना से गायब कर दी गई या बेच दी गई है। जब मैं अपना जमानत करवाकर रिकॉल जामा करने थाना गया तो पता चला कि मेरी गाड़ी थाना के पदाधिकारी के द्वारा बेच दिया गया है।
जब मुझे मेरी मोटरसाइकल गायब होने की सूचना प्राप्त हुई तो इस संबंध में हमने फाईन जामा नही किया। मुझे जहां तक जानकारी प्राप्त हुई है। मेरे गाड़ी को बेचने में उत्पाद थाना के एस आई मिथलेश कुमार के साथ योगेश्वर कुमार और गीता कुमारी और प्रिय रंजन भारती शामिल हैं। यह बात एसपी औरंगाबाद को दिए गए आवेदन में लिखी गई है। पीड़ित युवक ने गाड़ी दिखाने का आग्रह मिथलेश सर से किया तो उन्होंने मुझे डांट दिया। उसके बाद से लगातार मेरे और मेरे परिवार के सदस्यों पर एस आई मिथलेश सर के द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। लगातार फोन पर धमकाया जा रहा है की अगर तुम अपना गाड़ी का मांग करोगे तो दो दर्जन से अधिक शराब के झूठे मामले में फसा दिया जाएगा। मिथलेश सर लगातार दबाव बना रहे हैं की मैं तुम्हे दूसरा मोटरसाइकल दे दूंगा। तुम शराब का कार्य करो तुम्हे नही पकड़ा जाएगा। ऐसा नही करोगे तो तुम्हे और तुम्हारे परिवार के सदस्यों को झूठे मुकदमे के लगातार फसाता रहूंगा। इस भय से मैं अपने पूरा परिवार के साथ भयवित हूं। आवेदन में पीड़ित ने लिखा है कि एक्साइज के दरोगा मिथिलेश कुमार के द्वारा लगातार प्रलोभन दिया जा रहा है कि मैं तुम्हें एक मोटरसाईकिल गाड़ी देता हूं और तुम इससे शराब का कारोबार करो मैं नहीं पकड़ूंगा।
पीड़ित कुणाल के आवेदन देने के बाद भी अब तक एक्साइज विभाग के 4 अधिकारियों के ऊपर औरंगाबाद एसपी कार्रवाई करने में क्यों है विफल।
क्या यह कानून सिर्फ और सिर्फ आम इंसानों के लिए ही बना है अधिकारियों के लिए नहीं।
- मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तारी : एक्साइज विभाग के अधिकारियों ने मादक पदार्थ के साथ एक मोटरसाइकिल को पकड़ा।
- युवक को जेल भेजा गया : पकड़े गए युवक को जेल भेज दिया गया।
- गाड़ी की बिक्री : इसके बाद, अधिकारियों ने पकड़ी गई मोटरसाइकिल को बेच दिया
- न्याय की गुहार : इस मामले में एक पीड़ित ने औरंगाबाद एसपी को आवेदन देकर न्याय की मांग की है।
कोर्ट : इस मामले को लेकर जब औरंगाबाद एक्साइज विभाग के एक्सेस सुपरिंटेंडेंट अनिल आजाद को फोन कर जानकारी लेना चाहा तो एक्सेस सुपरीटेंडेंट अनिल आजाद का फोन रिसीव नहीं हआ। व्हाट्सएप के माध्यम से भी जानकारी लेना चाहा तो खबर लिखे जाने तक उनका कोई उत्तर व्हाट्सएप पर नहीं आया।