= उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण की, हाईट-चेस्ट नाप परीक्षा की और दौड़ उत्तीर्ण की फिर कट आफ मार्क्स परीक्षा से क्यों ?
दुर्केश सिंह,नजरिया न्यूज संपादक ,11अप्रैल।
जिसके घर में बेरोजगार युवक बैठे हैं। वे युवा जो पुलिस भर्ती की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर खुश थे। फिर हाईट-चेस्ट परीक्षा भी उत्तीर्ण किया। फिर दौड़ प्रतियोगिता भी उत्तीर्ण की।इसके बाद कटआफ मार्क्स के आधार पर ऐसे पुलिस अभ्यर्थियों की छंटनी कर दी गई। ऐसे युवा सरकारोंं के ऐसे नियम को कोस रहे हैं।
फिलहाल ऐसे युवा ही नहीं अपितु सभी बेरोजगार युवाओं के लिए राहुल गांधी की पक्की नौकरी देने की पुनः वादा करना भविष्य की उम्मीद बंधाती है। यह बात बेरोजगार युवाओं के अभिभावकों ने कही।
लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी का ह्वाट्सएप चैनल पर एक पोस्ट इस आशय का आया है। इस बयान को पढ़ने के बाद अभिभावकों ने आज कहा: उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस भर्ती परीक्ष में उत्तीर्ण, हाईट चेस्ट में उत्तीर्ण, दौड़ में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की छंटनी सेकेंग राउंड कट आफ मार्क्स के आधार पर मेडिकल परीक्षा के पहले कर दी गई है । सरकारों को ऐसा नहीं करके योग्य पुलिस अभ्यर्थियों को अगली भर्ती तक प्रतीक्षा सूची में रखनी चाहिए।
प्रधानमंत्रीजी-मुख्यमंत्रीजी:पुलिस भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण की, हाईट-चेस्ट परीक्षा उत्तीर्ण की, दौड़ उत्तीर्ण किया, फिर क्यों आयोग्य घोषित कर दिया गया:रिपोर्ताज
पुनः रिक्तियां निकलने पर पुलिस भर्ती के सेमीफाइनल राउंड तक पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को सरकार को प्राथमिकता देनी चाहिए ।
ऐसे बेरोजगार युवाओं के अभिभावकों ने कहा कि लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी बेरोजगारी का दर्द समझते हैं।
राहुल गांधी क्या कहते हैं?
2024 के लोकसभा चुनाव में हमने देश के युवाओं से ‘पहली नौकरी पक्की’ देने का वादा करते हुए ‘1 लाख रुपए वार्षिक अप्रेंटिसशिप’ की गारंटी दी थी।
उन्होंने 11अप्रैल को अपने ह्वाट्सएप चैनल पर पोस्ट बयान में कहा;
एक लाख रुपये वार्षिक अप्रेंटिसशिप’ की उनकी गारंटी
युवाओं के बेहतर भविष्य और बेरोजगारी से राहत दिलाने के लिए यह एक क्रांतिकारी योजना थी।
बेरोजगारी- अभिभावकों ने कहा कि जिनके घर में बेरोजगार युवक हैं, वे बेरोजगारी का दर्द समझ सकते है, लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी भी इस पीड़ा को समझ रहे हैं…
उन्होंने कहा:
शायद मोदी सरकार को भी इसका अंदाज़ा था, इसलिए हमारे घोषणा पत्र से नकल करते हुए ‘Employment Linked Incentive’ स्कीम की उन्होंने घोषणा की ।
लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने Employment Linked Incentive पर आगे कहा:
लेकिन दुर्भाग्य देखिए, इस स्कीम से एक भी युवा को लाभ नहीं मिला,क्योंकि 10,000 करोड़ की राशि आवंटित करने के बावजूद बिना उपयोग के वापस कर दी गई।
इससे एक बार फिर साफ होता है कि मोदी सरकार के लिए युवाओं का भविष्य कोई मायने नहीं रखता।
जब देश में बेरोजगारी चरम पर है और युवा हताश हैं, तब भी सरकार की यह लापरवाही सिर्फ चौंकाने वाली ही नहीं, शर्मनाक भी है। फिलहाल, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ को पुलिस भर्ती परीक्षा कंप्लीट करने वाले अभ्यर्थियों की मेडिकल जांच कराकर प्रतीक्षा सूची में नाम रखना चाहिए। अगली भर्ती में ऐसे योग्य अभ्यर्थियों को प्राथमिकता देनी चाहिए।