नजरिया न्यूज टीम, 8जनवरी।
भारतीय मीडिया को आजतक नोबेल पुरस्कार क्यों नहीं मिला। भारतीय मीडिया को आजतक भारत रत्न नहीं क्यों मिला। क्या 1947के बाद मीडिया ने इस मांग पर खबर के रूप में अभियान चलाया। उत्तर नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय पर कभी चिंतन किए हैं या नहीं किए हैं, यह जिज्ञासा का विषय हो सकता है। लेकिन दुनिया को योग से जोड़ने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रयास यह संकेत करता है कि उन्हें भारतीय शासन पद्धति के पतन का कारण पता है।
भारतीय मीडिया और समाज को योग से जोड़ने के मोदी के प्रयास का कारण आजतक अज्ञात है। भविष्य में देश के मेधावी बच्चे इस विषय परपीएचडी करेंगे।
अपनी पढ़ाई के समय अव्वल कादीपुर तहसील क्षेत्र के करौदीकला थाना के निवासी सह सरकारी कर्मचारी रह चुके राम उजागिर सिंह कहते हैं – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का इतिहास हजारों हज़ारों वर्ष तक याद करता रहेगा।
श्री उजागिर सिंह ने यह भी कहा: माहौल का व्यक्तित्व पर गहरा प्रभाव पड़ता है। देश को आध्यात्मिक बनाने का प्रयास पीएम नरेंद्र ने अपने व्यक्तिगत के लिए किया है