वीरेंद्र चौहान, नजरिया न्यूज ब्यूरो किशनगंज, 02जनवरी।
नववर्ष की पहली प्रशासनिक बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य की सीमा पर पुलिस या तृणमूल कार्यकर्ताओं की तैनाती नहीं है, बल्कि बीएसएफ तैनात है, लेकिन वही अनियमित प्रवास में मदद कर रही है। बिहार प्रदेश के किशनगंज जिले में पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस बयान को राजनीतिक बयान माना जा रहा है। बयान को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर हमला भाजपा में माना जा रहा है।
सीमा पार से पश्चिम बंगाल में घुसपैठ करवाया जा रहा है।बिहार प्रदेश के राजनीतिक गलियारे में पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उक्त बयान को राजनीतिक बयान माना जा रहा है। बयान को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधना माना माना जा रहा है…
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश की सीमा 2200किमी है। बांग्लादेशी घुसपैठ को राष्ट्रीय समस्या के तौर पर देखा जाता है।
नवान्न में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य पुलिस के डीजी राजीव कुमार को निर्देश दिया कि वे इस मुद्दे पर मिले ठोस सबूतों को पेश करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमा पार से अपराधी आकर हत्याएं कर रहे हैं और वापस चले जा रहे हैं। डीजी ने कुछ विशेष जानकारी प्राप्त की है। स्थानीय स्तर पर भी कुछ तथ्य सामने आए हैं। मुझे ये सारी जानकारी विस्तार से दी जाए। मैं इन सबके आधार पर केंद्र सरकार को बड़ा पत्र लिखने जा रही हूं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उन्होंने इससे पहले भी कई बार केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर अवगत कराया है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पश्चिम बंगाल में सीमा पार से हो रहे अनियमित प्रवास और इससे जुड़े अपराधों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लंबे समय से बीएसएफ की भूमिका पर सवाल उठाती रही हैं। उनका मानना है कि बीएसएफ की निगरानी में ही सीमाओं पर अनियमित गतिविधियां हो रही हैं।