नजरिया न्यूज़, पुर्णिया। मलय कुमार झा।
पूर्णिया के राजकीय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में शनिवार शाम एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ कि सड़क दुर्घटना में जीवित व्यक्ति का डाक्टरों ने पोस्टमार्टम कर दिया। बगैर इस तथ्य की सच्चाई जाने सबों ने इस वीडियो को अपने अपने प्रोफाइल और न्यूज़ चैनल पर प्रसारित कर दिया। इसके कारण लोग वीडियो को देखने के बाद तरह तरह की चर्चा करने लगे तथा स्वास्थ्य व्यवस्था पर ही सवाल उठा दिया। इस मुद्दे जीएमसीएच प्रबंधन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यह आरोप बिल्कुल बेबुनियाद निराधार है।
*जानें क्या है मामला*
जिले के कृत्यानंद नगर थाना के श्रीनगर रोड झुन्नी गांव मे दो बाइक की आमने सामने टक्कर में बाइक सवार तीन युवकों की मौत हो गई। जिसमें दो की मौत घटनास्थल पर ही हो गई । जबकि एक ने जीएमसीएच अस्पताल में दम तोड़ दिया। जब मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जीएमसीएच लाया गया तो वहां लगभग दस मिनट तक अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। लेट से हॉस्पिटल पहुंचे मृतक के कुछ परिजनों का कहना था सड़क हादसे में घायल जिस व्यक्ति को मृत समझ कर पोस्टमार्टम भेज दिया गया। उनका मानना था कि वह वास्तव में जिंदा कुछ देर सांस चल रही थी फिर उसने भी दम तोड़ दिया।
उसके बाद लेकिन डाक्टरों की टीम ने कहा कि उसकी मौत हो गई। बस इसी संदेह के कारण जिंदा और मुर्दा के विवाद ने तूल पकड़ लिया। इसी मामले को लेकर जीएमसीएच में हंगामा हुआ। सभी एक-दूसरे के पीछे दौड़ने लगे। मगर जब भीड़ डाक्टरों के पास पहुंची तो सच्चाई पता चला।
आखिरकार चिकित्सकों के समझाने पर उसे मृत घोषित किया गया। इसके बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू की गई। घटना के बारे में श्रीनगर प्रखंड प्रमुख शहनवाज आलम ने कहा की इस दर्दनाक हादसा मैं तीन लोगों की मौत हो गई है । तीनो मृतक अररिया जिला के निवासी थे।
















