- जल-जीवन-हरियाली जागरूकता अभियान: अररिया के डीआरडीए सभागार में जिला जन सम्पर्क कार्यालय द्वारा आयोजित परिचर्चा में जल-जीवन-हरियाली अभियान के बारे में चर्चा हुई।
- विभागों के प्रयास*: विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने अपने विभाग द्वारा जल-जीवन-हरियाली हेतु किये जा रहे प्रयासों को साझा किया।
- पेड़-पौधारोपण*: कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण ने कहा कि पेड़-पौधारोपण से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- शिक्षा विभाग की पहल*: जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, शिक्षा ने बताया कि शिक्षा विभाग ने विद्यालयों में किचन गार्डन लगाया है और वर्षा जल संचयन के कार्य किए हैं।
- जीविका दीदियों का योगदान*: प्रशिक्षण अधिकारी, जीविका ने कहा कि जीविका दीदियों ने 2.27 लाख पौधे लगाए हैं और 1.85 लाख पौधों का उत्तरजीविता बनाया है।
- मत्स्य प्रसार विभाग की पहल*: मत्स्य प्रसार पदाधिकारी ने बताया कि 18 हेक्टेयर तालाब का निर्माण किया गया है और 26 लाभुकों को कार्यदेश निर्गत किया गया है।
नज़रिया न्यूज अररिया। जल-जीवन-हरियाली दिवस के अवसर पर समाहरणालय परिसर स्थित डीआरडीए सभागार में जिला जन सम्पर्क कार्यालय अररिया के तत्वाधान में “जल-जीवन-हरियाली जागरूकता अभियान अन्तर्गत जागरूकता का प्रसार” विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर सूचना जन सम्पर्क विभाग, बिहार, पटना द्वारा सूचना भवन पटना स्थित संवाद कक्ष में जल जीवन हरियाली दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण से परिचर्चा में उपस्थित जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मी गण जुड़े रहे।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग सह जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी अररिया श्री नितेश कुमार पाठक द्वारा उपस्थित पदाधिकारी को जल जीवन हरियाली दिवस की शुभकामनाएं देते हुए निर्धारित विषय ”जल-जीवन-हरियाली अन्तर्गत जागरूकता का प्रसार“ विषय पर चर्चा की गई। परिचर्चा में उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा अपने अपने विभाग द्वारा जल-जीवन-हरियाली हेतु किये जा रहे प्रयासों, इसमें आने वाली बाधाओं तथा अपने अनुभवों को साझा किया गया।
कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण, अररिया, श्री महेन्द्र कुमार ने कहा कि पेड़/पौधा लगाना हममें एक सकारात्मक उर्जा का संचार करता है। उन्होंने वर्षा जल संचयन से संबंधित कार्यों का अनुभव विस्तार पूर्वक साझा किया। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, शिक्षा, अररिया, श्री गोविंद कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा जल-जीवन-हरियाली अभियान अन्तर्गत जिले के विद्यालयों में किचन गार्डन लगाया गया है। इससे विद्यलायों के बच्चों का पर्यावरण के साथ संबंध को बढ़ावा देना, बाहरी गतिवधियों को प्रोत्साहित करना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जिले के सभी हाई स्कूलों में वर्षा जल संचयन, सोख्ता का निर्माण जैसे कार्य किये गये हैं। जिले के कई कस्तूरबा विद्यालयों में सोलर लाईट का अधिष्ठापन किया जा रहा है।
बाल संरक्षण पदाधिकारी, अररिया, श्री बबलू कुमार पाल ने कहा कि ऑब्जरवेशन होम में नियमित रूप से जल जीवन हरियाली अभियान से संबंधित गतिविधयों का समय समय पर आयोजन किया जाता है। प्रशिक्षण अधिकारी, जीविका, श्री नीर नीरज ने कहा कि जल-जवीन-हरियाली अभियान अन्तर्गत इस वित्तीय वर्ष में 02 लाख 27 हजार पौधा प्रखंडवार जीविका दीदीयों के माध्यम से लगाये गये है, जिसमें 01 लाख 85 हजार पौधों का उत्तरजीविता बनाये रखा गया है। इस हेतु नियमित रूप से इसका पर्यवेक्षण/निरीक्षण सुनिश्चित किया जा रहा है।
मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, अररिया, श्री अवधेष कुमार ने कहा कि जल-जवीन-हरियाली अभियान अन्तर्गत वितीय वर्ष 2023-24 में 18 हे० तालाब का निर्माण किया गया है, जिससे 11 लाभुक लाभान्वित हुए हैं। इसी प्रकार चौर विकास 24.895 को हे० तालाब का निर्माण किया गया है। इस वर्ष 17 हे० में तालाब का निर्माण हेतु 26 लाभुकों कार्यदेश निर्गत किया गया है। जिला मिशन प्रबंधक, जेजेएचएम, अररिया, श्रीमती नम्रता राणे द्वारा जल जीवन हरियाली अभियान को सफल बनाने हेतु निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने का अनुरोध किया गया। मौके पर संबंधित विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।