- कांग्रेस सरकार के शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीपति मिश्र ने विजेथुआ धाम को घोषित किया था उत्तर प्रदेश सरकार का पर्यटन केंद्र*
- हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में होता है प्रत्येक वर्ष भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम*
- अयोध्या, विजेथुआ धाम और प्रयागराज को संपर्कता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुरू करवाया गोमती नदी पर तीन की दूरी पर गुदरा ओर मल्हीपुर घाट पर पुल, कछुआ गति से पांच से चल रहा निर्माण कार्य*
महाकुंभ मेले की तैयारी की कूद्रीय मंत्री
अनिल उपाध्याय, जौनपुर/मीरा प्रवीण वत्स, सुल्तानपुर, 30अक्टूबर।
सुरक्षा, सुविधा और सुव्यवस्था का वैश्विक मानक बनेगा प्रयागराज महाकुंभ। योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारियों की 29अक्टूबर को समीक्षा की। महाकुंभ में लगभग 10,000 संस्थाएं एक साथ कार्य कर रही हैं, और सुरक्षा, स्वच्छता का नया मानक बनेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 88 हजार ऋषियों की पावन तपःस्थली नैमिषारण्य के समग्र विकास के उद्देश्य से राज्य सरकार ने हाल ही में श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद का गठन किया है। यह वह स्थली है जहां हमारे ऋषियों ने सनातन ज्ञान को लिपिबद्ध करने का कार्य किया था। राज्य सरकार यहां धार्मिक पर्यटन विकास की सभी संभावनाओं को प्रोत्साहित कर रही है।
फिलहाल उतर प्रदेश में ही स्थित कालनेमी वध स्थली विजेथुआ धाम उपेक्षित है। विजेथुआ धाम में स्थित कालनेमी बध स्थली से चार किमी दूर उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्रीपति मिश्र का पैतृक निवास स्थान है। उन्होंने मुख्यमंत्री रहते कालनेमी वध स्थली को उत्तर प्रदेश सरकार का पर्यटन केंद्र घोषित किया। फिलहाल तब से कालनेमी बध स्थल विजेथुआ धाम अपेक्षा के अनुसार उपेक्षित है। लेकिन , करोड़ से अधिक लोग प्रत्येक वर्ष विजेथुआ धाम स्थान पर ज्ञान गुण सागर, रामकाज को आतुर बजरंगबली का दर्शन करने आ रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सिंह ने बताया कि प्रयागराज से अयोध्या वाया विजेथुआ धाम होते हुए आवागमन की सुविधा के लिए
गुदरा और मल्हीपुर घाट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोमती नदी पर तीन किमी की दूरी पर दो पुल बनवा रहे है। फिलहाल निर्माणाधीन दोनों पुल अपूर्ण है।
महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगी विश्वस्तरीय सहूलियत
स्वदेश दर्शन-2 योजना के तहत नैमिषधाम के पुनरुद्धार के बाद यहां देश-दुनिया से पर्यटकों/श्रद्धालुओं का आगमन तेजी से बढ़े़गा। *मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक दिन पहले कहा :*
सनातन आस्था को सम्मान और वैदिक ज्ञान को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से जनपद सीतापुर स्थित पावन नैमिषारण्य धाम में यथाशीघ्र वेद विज्ञान केंद्र की स्थापना की जाएगी। इस संबंध में बजटीय प्रावधान भी किया गया है। वेद विज्ञान अध्ययन केन्द्र की स्थापना से वेदों एवं पुराणों में संरक्षित ज्ञान को आम जन के बीच ले जाने हेतु अध्ययन कार्य किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीमसार स्थित पर्यटक आवास गृह को पीपीपी मोड पर चलाने की योजना पर काम हो रहा है। इससे पर्यटकों को भी सुविधा होगी और राजस्व संग्रह भी हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नैमिषारण्य-मिश्रिख में चक्रतीर्थ के प्रमुख प्रवेश द्वारों व अन्य द्वारों को कॉरीडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है। मां ललिता देवी कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो रहा है। एंट्रेंस पवेलियन, विजिटर फैसिलिटी सेंटर, आरती के लिए वेदियों का निर्माण, मिश्रिख में महादेव मंदिर और आश्रम परिसर में श्रद्धालु सुविधा विकास के कार्यों सहित तय परियोजना के सभी कार्य पर्यटन विभाग द्वारा किया जा रहा है।
इसी तरह, सीताकुंड का जीर्णोद्धार, यात्री भवन, पर्यटक आवास आदि निर्माण कार्य भी हो रहे हैं। पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहां हेलीपोर्ट का भी निर्माण कराया जा रहा है।
*केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री जी ने निर्माण कार्यों को तय अवधि में पूरा किए जाने के निर्देश दिए:*
केंद्रीय मंत्री ने अयोध्याधाम विकास के लिए तैयार विजन डॉक्यूमेंट 2047 की प्रगति की समीक्षा भी की। ‘नव्य अयोध्या’ के लिए हो रहे कार्यों पर प्रसन्नता जताते हुए केंद्रीय मंत्री ने परियोजनाओं की समयबद्धता पर जोर दिया।