सुधाकर कुमार,जिला प्रभारी
नजरिया न्यूज़,सुपौल/बिहार
सुपौल मुख्यालय सहित जिले के सभी क्षत्रों में सुहाग की लंबी आयु व सुख-समृद्धि की कामना लिए ज्येष्ठ अमावास्या मंगलवार को सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री व्रत किया। महिलाओं ने अपने अखंड सौभाग्य की मनोकामना लिए श्रद्धा और आस्था के साथ परंपरागत तरीके से वट वृक्ष की पूजा-अर्चना की। सोलह शृंगार किए सुहागिनों ने वट वृक्ष के तने में रंगीन कच्चा सूत लपटते हुए प्रदक्षिणा (फेरी) की। सुबह से दोपहर तक महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। कुछ महिलाओं ने पति को भोजन कराने के बाद पारण किया। कुछ महिलाओं ने दिनभर उपवास रखकर सिर्फ फलाहार किया।
गर्मी का मौसम होने के कारण सुबह से ही महिलाएं नए कपड़ों में सज-संवर हाथ में पूजा की डाली और पंखा लिए वट वृक्ष वाले मंदिर की ओर चल पड़ीं। ज़िले के विभिन्न इलाकों में स्थित वट वृक्ष वाले मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए भारी संख्या में महिलाओं की भीड़ जुटी। वट वृक्षों पर पूजा-अर्चना के लिए सबसे ज्यादा भीड़ रही। धूप में व्रतियों ने आराधना की । नवविवाहिताओं ने खासा उत्साह के साथ वट सावित्री की आराधना कर अपने पति के दीर्घायु होने की प्रार्थना की।
पूजा समाप्ति के बाद मंदिर के आसपास व्रतियों ने सावित्री और सत्यवान की अमरकथा सुनी। इसके बाद सुहाग की सामग्री और पंखा दानकर व्रत समाप्त किया।