अनिल कुमार संवाददाता
नजरिया न्यूज़ रानीगंज : भूमि सुधार उपसमाहर्ता अररिया एवं जिला अपर समाहर्ता के द्वारा आज रानीगंज प्रखंड मुख्यालय का दौरा किया गया। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी रानीगंज के कार्यालय में बैठकर बाढ़ राहत का लेखा पंजी चेक बुक इत्यादि दस्तावेजों का गहन जाँच किया। अपर समाहर्ता ने बाढ़ राहत राशि गमन के मामले में बताया की रानीगंज बाढ़ राहत शिविर संचालकों को अग्रिम राशि दी गई थी जो नियमानुसार नहीं था। जिसे विभाग के द्वारा नहीं देना चाहिए था । जब हम लोगों को इस विषय में जानकारी मिली तो त्वरित कार्रवाई करते हुए अग्रिम राशि कुल 7956914( उन्यासी लाख छपपन हजार नौ सौ चौदह रु) राशि वापसी के लिए नोटिस जारी किया। जिसमें एक सप्ताह का समय दिया गया था जो आज सभी पंचायतों से कुल 5968104(उनसत लाख अड़सठ हजार एक सौ चार)रु राशि वापसी कर ली गई है। राशि लेखा पंजी का संधारण से कुल आय व्यय का सही आकलन नहीं हो पाया था। जिसे किया जा रहा है, अब केवल चावल आपूर्तिकर्ता का रिपोर्ट आने के बाद समायोजन करने के पश्चात पता चलेगा की कितनी राशि का अंतर होता है। ज्ञात हो की आज से 8 दिन पूर्व बाढ़ राहत शिविर घोटाला से प्रखंड में हलचल मचा हुआ था। बाढ़ राहत शिविर संचालकों के नाम पर गैर सरकारी व्यक्ति के नाम से लाखों रुपया का चेक पूर्व अंचल पदाधिकारी सत्येंद्र सिंह के द्वारा नियम की धज्जियां उड़ाते हुए निर्गत किया गया था। जब जिला पदाधिकारी मामले की मामले की जानकारी मिली तो उनके द्वारा वर्तमान जिला अपर समाहर्ता और अन्य पदाधिकारियों के साथ जांच टीम गठित कर आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया था। जिसके तहत जिला अपर समाहर्ता के द्वारा संबंधित प्रतिनिधियों को नोटिस भेजकर राशि वापिस करने का निर्देश दिया गया था।राशि वापस नहीं करने पर कानूनी कार्यवाही करने की भी बात नोटिस में थी। जिसके तहत कुल राशि वापस कर ली गई है । वही जांच के दौरान वर्तमान अंचल अधिकारी रमन सिंह सहित सभी कर्मचारी मौजूद थे ।