आशा कार्यकर्ताओं ने स्थायी वेतनमान की मांग को लेकर अररिया समाहरणालय में प्रदर्शन किया| उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांग को पूरा नहीं करती है तो वे लोकसभा चुनाव में सरकार के विरुद्ध वोटिंग करेंगी| साथ ही उन्होंने कहा कि सर्कार उनसे है ना कि सरकार से वो| अगर उनकी मांग पूरी नहीं की जाती है तो पुरे बिहार की आशा कार्यकर्ता एकजुट होकर सर्कार के विरुद्ध प्रदर्शन करेंगी| उनकी मांग है की उनका वेतन 18000 रूपये प्रतिमाह होना चाहिए ताकि वे भी अपना घर अच्छे से चला सके और अपने बच्चों को अच्छे से पढाई करा सके|